विकास, समानता के अधिकार को यदि धार्मिक आचरण बाधित करे तो ‘राज्य’ कर सकता है हस्तक्षेप: न्यायालय

विकास, समानता के अधिकार को यदि धार्मिक आचरण बाधित करे तो ‘राज्य’ कर सकता है हस्तक्षेप: न्यायालय