मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने की इंदौर का बीआरटीएस गलियारा हटाने की घोषणा
हर्ष खारी
- 21 Nov 2024, 02:57 PM
- Updated: 02:57 PM
इंदौर, 21 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल के बाद इंदौर में भी ‘बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (बीआरटीएस) के गलियारे को हटाए जाने की बृहस्पतिवार को घोषणा की और कहा कि इस कदम का उद्देश्य शहर की सड़कों पर यातायात की दिक्कतें दूर करके जनता के लिए आवागमन सुगम बनाना है।
यादव ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘भोपाल में बीआरटीएस गलियारा हटाए जाने के बाद लोगों को यातायात में बड़ी सुविधा हो रही है। हमें जो भी तरीका अपनाना पड़े, हम इंदौर में भी बीआरटीएस गलियारे को हटाएंगे।’’
यादव, इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं। उन्होंने बताया कि शहर के विकास को लेकर आयोजित पिछली दो बैठकों में स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने उन्हें 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस गलियारे के कारण लोगों को होने वाली असुविधा के बारे में शिकायत की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘शहर के अधिकांश चौराहों पर यातायात की समस्याएं हो रही हैं। वहां फ्लाईओवर बनाकर इनका समाधान किया जाएगा। वैसे भी फ्लाईओवर बनाने के लिए हमें बीआरटीएस गलियारे को हटाना ही पड़ेगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आवागमन को लेकर जनता की परेशानियों को देखते हुए बीआरटीएस गलियारा हटाने का निर्णय किया है और उन्हें उम्मीद है कि इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे।
इंदौर के बीआरटीएस को लेकर मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लंबित है। यादव ने कहा, ‘‘हम बीआरटीएस को लेकर प्रदेश सरकार के पक्ष से अदालत को भी अवगत कराएंगे।’’
अधिकारियों ने बताया कि शहर के निरंजनपुर चौराहे से राजीव गांधी चौराहे के बीच 11.45 किलोमीटर लंबे बीआरटीएस में फिलहाल 59 लोक परिवहन बसों का परिचालन किया जाता है। इस गलियारे में हर दिन करीब 60,000 यात्री सफर करते हैं।
यादव ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान एक बार फिर दावा किया कि महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के साथ ही देश की अलग-अलग सीट पर हुए उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शानदार प्रदर्शन करेगी।
इन चुनावों के नतीजे 23 नवंबर को आने हैं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में भाजपा के पक्ष में माहौल बना हुआ है। महाराष्ट्र में भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की सरकार एक बार फिर बनती नजर आ रही है। इसी प्रकार, झारखंड का विधानसभा चुनाव भी भाजपा जीतने वाली है।’’
भाषा हर्ष