झारखंड विधानसभा चुनाव में खराब स्वास्थ्य के बाद भी मतदान करने पहुंचे बुजुर्ग मतदाता
राजकुमार शफीक
- 20 Nov 2024, 09:26 PM
- Updated: 09:26 PM
(तस्वीरों के साथ)
(नमिता तिवारी)
रांची, 20 नवंबर (भाषा) सौ साल की उम्र पार कर चुकीं चिंता देवी भले ही अपने दम पर चल नहीं पा रही हों या साफ-साफ बोल नहीं पा रही हों, लेकिन उन्होंने झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को वोट डालने का मौका नहीं गंवाया।
चिंता देवी (106) ने घर से मतदान करने के विकल्प को ठुकरा दिया जैसा कि उन्होंने इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान किया था। वह वोट डालने के लिए व्हीलचेयर से गिरिडीह में गांडेय विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र नंबर 351 पर पहुंचीं।
मतदान के बाद बच्चों जैसे खुश नजर आ रहीं चिंता देवी ने हाथ हिलाकार मतदान के लिए लाइन में खड़े अन्य मतदाताओं को प्रेरित किया।
चिंता देवी उन बुजुर्ग मतदाताओं में अकेली नहीं हैं, जो विभिन्न बीमारियों के बावजूद अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल करने का दृढ़ निश्चय दिखाती हैं, खासकर ऐसे समय में जब कई अन्य मतदान नहीं करना चाहते हैं।
राज्य में मतदान के लिए अपनी बारी की बाट जोह रहे बड़ी संख्या में बुजुर्ग नागरिक मतदान केंद्रों पर नजर आये। उनमें से कई बड़े मुश्किल से चल पा रहे थे। उन्हें उनेक परिवार के सदस्य या पुलिसकर्मी सहारा दे रहे थे।
रामगढ़ के उपायुक्त चंदन कुमार ने बताया कि रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के गोला प्रखंड में 106 वर्षीय एक मतदाता ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि, कुमार ने विस्तृत जानकारी नहीं दी।
गोला में मतदान केंद्र पर अपना पहचान पत्र ले जाना भुल गये 90 वर्षीय गोवर्धन मुंडा मतदान के प्रति अपने संकल्प का परिचय देते हुए पहचान पत्र लाने घर गये।
शहरी क्षेत्र के गार्डेना गली निवासी 91 वर्षीय सूरजनाथ ने श्रीराम भवन स्थित मतदान केंद्र (संख्या 114) पर कहा कि भले ही उनकी दृष्टि और सुनने की शक्ति कमजोर है, लेकिन मतदान के प्रति उनका उत्साह अब भी पहले जैसा ही है।
झारखंड चुनाव के दूसरे चरण में 38 विधानसभा क्षेत्रों में 100 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 700 बुजुर्ग मतदाता हैं। उनमें लगभग 400 महिलाएं हैं।
राज्य में 13 नवंबर को विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 100 वर्ष से अधिक आयु के कुल 995 मतदाताओं ने मतदान किया था, जिनमें 462 पुरुष मतदाता और 533 महिला मतदाता शामिल थे।
दूसरे चरण में 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं की संख्या 50,224 थी, जिनमें 28,369 महिला मतदाता थीं।
झारखंड में 2.60 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें से 1.13 लाख मतदाता 85 वर्ष से अधिक आयु के हैं।
भाषा राजकुमार