बिटकॉइन आरोप: पूर्व आईपीएस अधिकारी ने जांच की मांग को लेकर निर्वाचन आयोग को पत्र लिखा
अमित नरेश
- 20 Nov 2024, 06:27 PM
- Updated: 06:27 PM
पुणे, 20 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र में कुछ विपक्षी नेताओं के खिलाफ बिटकॉइन गड़बड़ी संबंधी आरोप लगाने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने बुधवार को कहा कि उन्होंने मामले की जांच के लिए निर्वाचन आयोग से संपर्क किया है।
पाटिल ने दावा किया है कि उनके पास इन नेताओं की कथित बातचीत के कुछ ‘वॉयस नोट’ हैं, जिनमें वे चुनावों के लिए धन जुटाने हेतु बिटकॉइन को भुनाने का प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा ने मंगलवार को कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले के कथित ‘वॉयस नोट’ साझा करके आरोप लगाया कि महाराष्ट्र राज्य विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए ‘बिटकॉइन’ को नकदी में बदलने का प्रयास किया जा रहा है। भाजपा ने दावा किया कि इससे स्वतंत्र एवं निष्पक्ष तरीके से मतदान कराने पर गंभीर सवाल खड़ा होता है।
सुले और पटोले दोनों ने आरोपों से इनकार किया है।
पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि पुणे पुलिस ने उन्हें और साइबर विशेषज्ञ पंकज घोडे को बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी से संबंधित 2018 के एक मामले की जांच में मदद करने के लिए शामिल किया था।
उन्होंने कहा कि हालांकि, 2022 में, जब अमिताभ गुप्ता पुणे के पुलिस आयुक्त थे, पाटिल और घोडे को एक बिटकॉइन वॉलेट से कई करोड़ रुपये का धोखाधड़ी से अंतरण करके जांचकर्ताओं को धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पाटिल ने दावा किया कि उन्हें 2022 में इस मामले में झूठा फंसाया गया था। पाटिल ने कहा, ‘‘मैं उक्त मामले में 14 महीने जेल में रहा। इस साल 17 नवंबर को मुझे अपने सिग्नल (ऐप) अकाउंट पर लगातार कॉल आने लगे। जब मैंने नंबर चेक किया तो पता चला कि यह गौरव मेहता का था, जिन्होंने एक फोरेंसिक विशेषज्ञ के तौर पर मामले में मेरे खिलाफ जांच के दौरान पुलिस की मदद की थी।’’
उन्होंने दावा किया कि मेहता ने सिग्नल ऐप पर उनके साथ 10 वॉयस नोट साझा किए, जिनमें सुप्रिया सुले, नाना पटोले, अमिताभ गुप्ता और भाग्यश्री नवटेके के कथित ऑडियो थे, जो तब डीसीपी (साइबर) थीं जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
पाटिल ने कहा, ‘‘मेरे पास अलग-अलग लोगों की 10 ऑडियो क्लिप हैं, जिनमें दो नेता - सुप्रिया सुले और नाना पटोले - और तीन अन्य व्यक्ति - आईपीएस अधिकारी अमिताभ गुप्ता, आईपीएस अधिकारी भाग्यश्री नवटेके और गौरव मेहता शामिल हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि तीन ‘वॉयस नोट’ सुले ने मेहता को भेजे जिसमें वह कथित तौर पर मेहता से बिटकॉइन भुनाने के लिए कहती हुई सुनायी दे रही हैं, क्योंकि चुनाव के लिए धन की जरूरत है। पाटिल ने आरोप लगाया कि इसके साथ ही सुले ‘वॉयस नोट’ में मेहता को आश्वासन भी दे रही हैं कि उन्हें (मेहता) जांच के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है और एक बार जब वे सत्ता में आ जाएंगे, तो वे उनसे (जांच से) निपट लेंगे।
पाटिल ने यह भी कहा कि पटोले के ‘वॉयस नोट’ भी हैं, जिसमें वह अमिताभ गुप्ता से कथित तौर पर पूछ रहे हैं कि पैसे क्यों प्राप्त नहीं हुए और उन्हें उनका मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।
उन्होंने दावा किया कि एक ‘वॉयस नोट’ में गुप्ता को मेहता को बिटकॉइन भुनाने के निर्देश देते हुए सुना जा सकता है। पाटिल ने कहा, ‘‘मैंने आज निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर मामले की जांच शुरू करने को कहा है।’’
पाटिल ने निर्वाचन आयोग को ईमेल के जरिये भेजी गई अपनी शिकायत में कहा कि उनके पास मौजूद चैट संदेशों के अनुसार, ऐसा लगता है कि पिछले लोकसभा चुनाव और मौजूदा विधानसभा चुनावों के दौरान अरबों रुपये के सैकड़ों बिटकॉइन का इस्तेमाल किया गया होगा।
पाटिल ने शिकायत में कहा कि ऐसा भी लगता है कि मेहता के पास इस समय सैकड़ों करोड़ रुपये के गलत तरीके से एकत्रित किए गए बिटकॉइन हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही गंभीर मामला है जिसमें अपराध, खुलेआम धनशोधन और चुनावी वित्तपोषण के दौरान भारी मात्रा में नकदी का इस्तेमाल शामिल है। इसलिए, इस मामले की तत्काल जांच करने का अनुरोध किया जाता है। जब भी मुझे बुलाया जाएगा, मैं जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हूं।’’
पाटिल ने यह भी दावा किया कि बुधवार को एक और बात सामने आई कि वास्तव में एक क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट था जिसे चुराया गया था और उस वॉलेट का उल्लेख आरोपपत्र (उनके खिलाफ मामले में) में है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे दस्तावेजी सबूत मिले हैं और उसके आधार पर मैं उच्च न्यायालय जाऊंगा और अदालत से मामले की जांच सीबीआई से कराने का निर्देश देने का अनुरोध करूंगा। सीबीआई को जांच करने दें और यदि आवश्यक हो, तो मैं गवाह के रूप में सहयोग करने के लिए तैयार हूं।’’
इस बीच, पटोले ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में भाजपा पर मतदान की पूर्व संध्या पर झूठे आरोप लगाकर उनकी और कांग्रेस पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने मीडिया से उचित जानकारी लेने के बाद मामले की रिपोर्ट करने और उनके तथा उनकी पार्टी के खिलाफ ‘‘भाजपा के निर्देश पर’’ चलाए जा रहे ‘‘शरारतपूर्ण अभियान’’ को रोकने के लिए कहा।
उन्होंने मीडिया को "झूठी" रिपोर्टिंग जारी रखने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने आरोप लगाया कि भाजपा महा विकास आघाडी (एमवीए) के खिलाफ झूठे आरोप लगा रही है क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी को अपनी हार निश्चित लग रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ने एक ऐसे पूर्व आईपीएस अधिकारी को झूठे आरोप लगाने के लिए शामिल किया है, जो एक मामले में आरोपी है और इन आरोपों के आधार पर भाजपा नेता नाना पटोले और सुप्रिया सुले को निशाना बना रहे हैं। महाराष्ट्र के लोग इस साजिश को समझते हैं और भाजपा हार से बच नहीं सकती।’’
भाषा अमित