कांग्रेस 26 नवंबर को ‘भारत जोड़ो संविधान अभियान’ शुरू करेगी : अजय यादव
रवि कांत रवि कांत नरेश
- 20 Nov 2024, 05:20 PM
- Updated: 05:20 PM
चंडीगढ़, 20 नवंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह यादव ने बुधवार को कहा कि पार्टी अगले सप्ताह 26 नवंबर से ‘भारत जोड़ो संविधान अभियान’ शुरू करेगी।
उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वे जाति जनगणना नहीं कराकर सभी को उनके अधिकारों से वंचित कर रहे हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि यह अभियान 26 नवंबर को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में शुरू किया जाएगा और 26 जनवरी तक जारी रहेगा।
उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया कि इस अभियान में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी के वरिष्ठ पार्टी नेता राहुल गांधी सहित अन्य कांग्रेस नेता भी शामिल होंगे।
यादव ने कहा कि यह अभियान कांग्रेस के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी और अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा संचालित किया जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार कुछ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचा रही है, जिनके पास देश की अधिकांश संपत्ति है और जो खदानों, गैस स्रातों और सिंचाई परियोजनाओं जैसी परिसंपत्तियों को नियंत्रित कर रहे हैं।
यादव ने कहा कि कांग्रेस इस अभियान के जरिए लोगों को भाजपा की साजिशों से अवगत कराएगी और जाति जनगणना की पार्टी की मांग को उठाएगी, जिसके तहत विभिन्न स्थानों पर संगोष्ठी आयोजित की जाएंगी।
हरियाणा के पूर्व मंत्री ने भाजपा नीत केंद्र पर जाति जनगणना न कराकर सभी को उनके अधिकारों से वंचित करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि हाथियों और बाघों तक की गिनती की जाती है और नियमित रूप से वन सर्वेक्षण भी किया जाता है, लेकिन जाति जनगणना नहीं की जा रही है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘संविधान समानता की बात करता है, फिर जाति जनगणना क्यों नहीं हो रही है? सामाजिक न्याय और समानता के लिए हम यह दबाव बनाएंगे कि जाति जनगणना हो। यह सरकार केवल मुट्ठी भर उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाना चाहती है।’’
हाल ही में हरियाणा में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सत्ता में आने में विफल रहने के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कई मुद्दों की ओर इशारा किया, जिसमें पार्टी द्वारा कम संख्या में ओबीसी उम्मीदवार उतारना भी शामिल है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक बात मैं साफ तौर पर कह सकता हूं कि ओबीसी को जितने टिकट मिलने चाहिए थे, उतने नहीं मिले। जैसे करनाल में कश्यप समाज को हमने टिकट नहीं दिया।’’
उन्होंने यह भी दावा किया कि 'कुमारी शैलजा फैक्टर' का कुछ असर हुआ 'क्योंकि वरिष्ठ नेता कई दिनों तक चुनाव प्रचार से दूर रहीं'।
भाषा रवि कांत रवि कांत