महायुति को प्रचंड बहुमत मिलेगा, लोग विकास के लिए वोट देंगे: मुख्यमंत्री शिंदे
खारी नरेश
- 20 Nov 2024, 01:30 PM
- Updated: 01:30 PM
मुंबई, 20 नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को विश्वास जताया कि महायुति सरकार को प्रचंड बहुमत मिलेगा क्योंकि लोग विकास और उनकी सरकार द्वारा किए गए काम के लिए उन्हें वोट देंगे।
सत्तारूढ़ शिवसेना के प्रमुख एवं कोपरी-पाचपाखाडी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार शिंदे अपने सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे सहित अपने परिवार के सदस्यों के साथ वोट डालने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का पर्व है जो महाराष्ट्र को एक उज्ज्वल भविष्य की ओर ले जाएगा तथा भारत को आर्थिक तौर पर एक महाशक्ति बनाएगा।
शिंदे ने राज्य भर के मतदाताओं से चुनाव प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह पर्व हमारे लिए एक मजबूत महाराष्ट्र के निर्माण में भाग लेने का अवसर है। प्रत्येक नागरिक को मतदान के अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे मतदान करें और हमारे लोकतंत्र को समृद्ध बनाएं। हमें आज ज्यादा से ज्यादा मतदान सुनिश्चित करना चाहिए।’’
शिंदे ने कहा, ‘‘लोगों ने उनके (महा विकास आघाडी के) ढाई साल के शासन और हमारे द्वारा इतने ही समय में किए गए कार्यों के अंतर को साफ देखा है। लोग हमें विकास और हमारे द्वारा किए गए कार्यों के लिए वोट देंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने रुके हुए विकास कार्यों को फिर से शुरू किया...पिछले पांच वर्षों में लोगों ने हमारे विकास का पथ देखा है। वे जानते हैं कि राज्य की प्रगति के लिए वास्तव में किसने काम किया है।’’
शिंदे ने कहा, ‘‘महायुति सरकार प्रचंड बहुमत से जीतेगी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में लोगों ने देखा कि उनकी उम्मीदों के विपरीत गलत तरीके से सरकार बनाई गई थी। उन्होंने कहा कि लोग इसे नहीं भूले हैं।
शिंदे 2019 के विधानसभा चुनावों में शिवसेना-भाजपा की जीत के बाद तत्कालीन शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा कांग्रेस और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से हाथ मिलाने का जिक्र कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मतदान से लोकतंत्र मजबूत होता है और उन्होंने लोगों से बड़ी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया।
शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी जिसके कारण शिवसेना दो गुटों में बंट गई और जून 2022 में ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाडी सरकार भी गिर गई।
भाषा खारी