भारत नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप, उनके नए प्रशासन के साथ काम करने को उत्सुक है: राजदूत हरीश
सुरभि नरेश
- 20 Nov 2024, 01:16 PM
- Updated: 01:16 PM
(फोटो के साथ)
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क (अमेरिका), 20 नवंबर (भाषा) संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत ने कहा है कि उनका देश अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके नए प्रशासन के साथ निकटता से काम करने के लिए उत्सुक है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पर्वतनेनी हरीश ने मंगलवार को कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक संवाद सत्र के दौरान कहा, ‘‘हम अमेरिकी नागरिकों की पसंद का सम्मान करते हैं। हम सभी सरकारों के साथ काम करते हैं। मुझे लगता है कि भारत के साथ संबंधों को लेकर दोनों दलों में सहमति है।’’
हरीश हाल में संपन्न अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर भारत की प्रतिक्रिया से संबंधित एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे, जिसमें ट्रंप विजयी हुए हैं। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की अपनी प्रतिद्वंद्वी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को हराया और अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति चुने गए।
हरीश ने कहा, ‘‘जब राष्ट्रपति ट्रंप अपने पहले कार्यकाल में यहां थे, उस वक्त भी भारत के साथ बहुत करीबी सहयोग और संबंध थे। हम ट्रंप और उनके नए प्रशासन के सत्ता में आने के बाद उनके साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ने के लिए उत्सुक हैं।’’
हरीश ने कोलंबिया विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल एंड पब्लिक अफेयर्स (एसआईपीए) में आयोजित एक कार्यक्रम में ‘प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का जवाब : भारत का तरीका’ विषय पर मुख्य भाषण दिया।
यह कार्यक्रम वैश्विक नेतृत्व में एमपीए कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय संगठन एवं संयुक्त राष्ट्र अध्ययन कार्यक्रम (आईओ/यूएनएस) द्वारा सह-प्रायोजित था तथा इसमें छात्रों, शिक्षकों और नीति विशेषज्ञों ने भाग लिया।
ट्रंप की जीत के बाद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें उनकी ‘‘ऐतिहासिक चुनावी जीत’’ के लिए बधाई दी थी।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा था, ‘‘मेरे मित्र ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने की आशा करता हूं। आइए हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए काम करें और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा दें।’’
भाषा सुरभि