जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने पर चर्चा अप्रासंगिक: मनोज सिन्हा
सं सलीम खारी
- 19 Nov 2024, 10:26 PM
- Updated: 10:26 PM
गाजीपुर, 19 नवंबर (भाषा) उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने पर चर्चा ‘‘अप्रासंगिक’’ है, क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने इसके रद्द किए जाने को संवैधानिक माना है।
सिन्हा ने अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद के हालात का जिक्र करते हुए कहा, ''इसके हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए। वहां एक लोकतांत्रिक सरकार ने शपथ ली है और मुझे विश्वास है कि वह क्षेत्र के समग्र विकास की दिशा में काम करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश की शीर्ष अदालत ने इस कदम (अनुच्छेद-370 को हटाने) को संवैधानिक माना है, जिससे प्रावधान को बहाल करने पर कोई भी चर्चा अप्रासंगिक है।’’
देश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने जबरदस्त विकास देखा है। खासकर रेलवे के क्षेत्र में। इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं और परिवहन सुविधाओं में सुधार हुआ है, जिससे देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान मिला है।’’
सिन्हा ने रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा निर्मित नए अधिकारी विश्राम गृह और सामुदायिक केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा, ‘‘अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री के पास इस क्षेत्र में आराम करने के लिए कोई उपयुक्त स्थान नहीं था। आज आरवीएनएल ने इन सुविधाओं का निर्माण करके उस आवश्यकता को पूरा किया है।’’
रेल राज्य मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के समय का एक व्यक्तिगत किस्सा साझा करते हुए सिन्हा ने कहा, ‘‘एक बार बेंगलुरु से एक पत्रकार आई थी और उसे शौचालय जाना था। उसे गाजीपुर में महिला डिग्री कॉलेज के बाहर एक शौचालय में ले जाया गया। बाद में, उसने अपने अंग्रेजी अखबार में लिखा कि बेंगलुरु में भी ऐसे स्वच्छ शौचालय उपलब्ध नहीं हैं। आरवीएनएल ने यहां भी इसी तरह की उत्कृष्ट सुविधाएं बनाई हैं।’’
उन्होंने मऊ-गाजीपुर रेलवे लाइन परियोजना की प्रगति का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बजट में इस परियोजना के लिए धन आवंटित किया है। हालांकि, भूमि मालिकों द्वारा दायर कानूनी विवादों के कारण अक्सर रेलवे परियोजनाओं में देरी होती है।’’
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने लेखक विवेकी राय के शताब्दी समारोह में भी भाग लिया और संवाददाताओं से बात करते हुए आरवीएनएल की पहल की सराहना की।
भाषा सं सलीम