मोदी जी के नेतृत्व और योगी जी की तपस्या से जो बदलाव हो रहा है, उसे देख दुनिया है अचंभित : धनखड़
राजकुमार
- 15 Nov 2024, 10:16 PM
- Updated: 10:16 PM
वाराणसी, (उप्र), 15 नवंबर (भाषा) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की तपस्या से जो बदलाव हो रहा है, उससे देखकर दुनिया अचंभित है।
धनखड़ ने काशी में देव दीपावली के अवसर दीप जलाकर नमो घाट का लोकार्पण किया और अपने संबोधन में कहा,‘‘(नमो) घाट उस व्यक्ति (नरेन्द्र मोदी) को परिभाषित करता है। नमो घाट तो सबसे बड़ा होना ही चाहिए। अपना भारत अकल्पनीय तरीके से बदल रहा है, जो सोचा नहीं, वह संभव हो रहा है।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में एवं योगी जी की तपस्या से जो बदलाव हो रहा है, उसे देखकर दुनिया अचंभित है।
उन्होंने कहा, ‘‘जल हो, थल हो, आकाश हो, अंतरिक्ष हो, भारत की बुलंदियों को दुनिया सराह रही है।’’
उपराष्ट्रपति ने कहा,‘‘आज मेरा मन पूरी तरह अभिभूत है, आज मेरे जीवन में वह पल आया है, जिसकी कल्पना मैंने कभी नहीं की थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस पावन पर्व पर नमो घाट का लोकार्पण मेरे हाथों से होना मुझे बडे दायित्व का बोध कराता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा घाट है। जब मैंने माननीय मुख्यमंत्री जी से कहा कि यह दुनिया का सबसे बडा घाट है तो उन्होंने कहा कि भारत के अलावा घाट है ही कहां।’’
काशी की धरती को प्रणाम करते हुए धनखड़ ने इस पावन भूमि से सभी देशवासियों को देव दीपावली, कार्तिक पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामना दी।
उपराष्ट्रपति ने काशी का बखान करते हुए कहा, ‘‘जहां की मिट्टी पारस हैं, उस शहर का नाम बनारस है। काशी मोक्ष की नगरी है। आज काशी में विकास एवं अध्यात्म का समन्वय है और काशी जैसा कल्चरल सेंटर कही भी नहीं है।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के लिए समर्पित बताते हुए कहा, ‘‘हमारी सांस्कृतिक विरासत पूरी दुनिया को संदेश देता हैं। सनातन हमें एक और मजबूत रहने का संदेश देता हैं। भारत दुनिया में बड़ी ताकत के रूप में अग्रसर हैं। भारत सनातन की आत्मा है।’’
उन्होंने कहा कि सनातन के संरक्षण एवं संवर्धन का संकल्प सभी को लेना चाहिए तथा ‘‘कोई भी हित मेरे लिए देश हित से ऊपर नहीं है।''
उन्होंने साथ ही कहा, ''आज ही के दिन सिख धर्म के संस्थापक प्रथम गुरु नानक देव का 555 वां प्रकाश पर्व है।''
उन्होंने सिख-भाई बहनों को प्रकाश पर्व की अनेक शुभकामनाएं देते हुए कहा,‘‘उपराष्ट्रपति के नये निवास के सामने प्रमुख गुरुद्वारा है और मैं वहां की चमक-दमक देखकर आया हूं। इस प्रकाश पर्व की चमक-दमक मैंने देश के हर कोने में देखी है। यह संयोग है कि प्रकाश पर्व भी आज है।’’
उपराष्ट्रपति ने कहा,‘आज ही के दिन भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है। आज मेरे दिन की शुरुआत संसद परिसर में जनजाति समुदाय से आने वाली भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के साथ बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुई।’’
धनखड़ ने संकेतों में पूर्ववर्ती सरकारों पर बिरसा मुंडा की उपेक्षा की बात करते हुए कहा, ''उनकी जन्मतिथि को लंबे अरसे बाद हमने याद किया। अमृत काल की सबसे सबसे बड़ी सीख है जिन लोगों ने देश के लिए त्याग किया, हमारे उत्थान और आजादी में योगदान किया, जिनको सदैव पहले याद करना चाहिए, उन्हें याद किया गया।’’
उन्होंने कहा कि आज का दिवस पूरे देश में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उपराष्ट्रपति का नमो घाट का प्रतीक चिन्ह देकर अभिनंदन किया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उपराष्ट्रपति की पत्नी सुदेश धनखड़ को पंचमुखी गणेश प्रतिमा देकर स्वागत किया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इस अवसर पर अमेरिका एवं ऑस्ट्रेलिया के कलाकारों के साथ साथ स्थानीय कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम की कई प्रस्तुति भी हुई। इसके बाद लोगों ने चेतसिंह पर लेजर शो तथा गंगा आरती का दृश्यावलोकन किया।
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उनकी पत्नी सुदेश धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी आदि लोगों ने दीप प्रज्वलित कर देव दीपावली की विधिवत शुरुआत की। काशी के सभी 84 घाटों के साथ ही गंगा उस पार रेती सहित प्रमुख कुंडो, तालाबों आदि स्थानों पर लाखों लाख दीपक से जगमगा उठे। इस अवसर पर भव्य आतिशबाजी भी हुआ।
इस दौरान गंगा में और आसपास सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई। क्रूज के आसपास जल पुलिस और एंबुलेंस तैनात रही। वीवीआईपी लोगों की मौजूदगी को देख गंगा में भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए।
देव दीपावली के अवसर पर काशी के घाटों को दीयों से सजाया गया। इसके पहले काशी के बबुआ पांडेय घाट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा ''बंटोगे तो कटोगे'' 51 हजार दियों से लिखा गया।
वाराणसी के बबुआ पांडेय घाट पर देव दीपावली के व्यवस्थापक सुनील उपाध्याय ने कहा, ''हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म को मानने वाले हैं, उनका एक बयान आया है कि ''बंटोगे तो कटोगे'' और काशी में देव दीपावली पर लाखों सैलानी आते हैं, उन सबको हम काशी की धरती से यह संदेश देना चाहते हैं कि बंटोगे तो कटोगे, इसके लिए हम लगभग 51 हजार दिए से लिख रहे हैं।''
देव दीपावली महोत्सव के अवसर पर 21 अर्चकों द्वारा गंगा की भव्य महाआरती की गई। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने बताया कि देव दीपावली महोत्सव में होने वाली गंगा की आरती आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित व समर्पित रही।
साथ ही साथ वर्षों से चली आ रही ‘एक संकल्प गंगा किनारे’ के माध्यम से गंगा को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने के लिए देव दीपावली महोत्सव में देश-विदेश से आये हुए लाखों श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों से माँ गंगा के तट पर संकल्प दिलाया गया। श्रद्धालुओं को कहा गया कि गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाये रखने में आप सभी अपना योगदान दें।
मिश्रा ने बताया कि देव दीपावली महोत्सव में होने वाली महाआरती में हजारों दीपों से रौशन किया गया। इस दौरान 20 फीट ऊँची भव्य अमर जवान ज्योति की अनुकृति बनाई गई थी जो देश भक्ति की प्रेरणा दे रही थी। 39 जी.टी.सी. के जवानों के बैंड की धुन के साथ शहीद जवानों को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
भाषा सं आनन्द