बिहार के आश्रय गृह में मौतें: खाद्य पदार्थ मिलावटी पाए गए, प्रभारी अधिकारी निलंबित
अनवर शफीक
- 14 Nov 2024, 11:51 PM
- Updated: 11:51 PM
पटना, 14 नवंबर (भाषा) बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग ने बृहस्पतिवार को राज्य की राजधानी पटना में उस महिला आश्रय गृह के प्रभारी अधिकारी को निलंबित कर दिया, जहां विषाक्त भोजन खाने से तीन महिलाओं की मौत हो गई थी और कई अन्य बीमार हो गए।
समाज कल्याण विभाग की अपर मुख्य सचिव (एसीएस) हरजोत कौर बमरा ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा से बात करते हुए कहा, ‘‘यह कार्रवाई भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की उस रिपोर्ट के बाद की गई है, जिसमें मानव उपभोग के लिए उपयुक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग नहीं किया जाना चिह्नित किया गया है। भोजन तैयार करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हल्दी और धनिया जैसी चीजों में मिलावट पाई गई।’’
आश्रय गृह में रहने वालों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के बारे में भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण की रिपोर्ट बृहस्पतिवार की शाम को आई।
एसीएस ने कहा कि आश्रय गृह, जहां यह घटना हुई थी, को सामग्री की आपूर्ति करने वाली फर्म को काली सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और फर्म के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने सहित अन्य कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि महिला आश्रय गृह के प्रभारी अधिकारी को निलंबित करने के अलावा 12 कर्मचारियों को लापरवाही बरतने के कारण कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है और अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है।
पटना में दिव्यांग महिलाओं के लिए राज्य द्वारा संचालित इस आश्रय गृह में भोजन विषाक्तता के कारण तीन महिलाओं की मौत हो गई और 12 अन्य बीमार हो गईं। वे सात नवंबर को नाश्ता करने के बाद बीमार हो गईं थी।
एसीएस ने बृहस्पतिवार को विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) का दौरा किया और वहां भर्ती महिलाओं से मुलाकात की।
विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि एसीएस ने बृहस्पतिवार को आश्रय गृह का भी दौरा किया और राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से आश्रय गृह में रह रही अन्य सभी महिलाओं की मेडिकल जांच करने को कहा।
उन्होंने बताया कि एसीएस ने राज्य भर के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर अपने-अपने जिलों में चल रहे आश्रय गृहों का व्यापक निरीक्षण करने और एक सप्ताह के भीतर विभाग को रिपोर्ट भेजने को कहा है।
भाषा अनवर