भाजपा ने गुंडों को भेजकर विजयपुर उपचुनाव में धांधली की : कांग्रेस का आरोप
नोमान रंजन
- 14 Nov 2024, 09:51 PM
- Updated: 09:51 PM
भोपाल, 14 नवंबर (भाषा) मध्यप्रदेश कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राज्य की विजयपुर विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में धांधली और गुंडों को भेजकर मतदाताओं के एक वर्ग को डराने-धमकाने और उन पर हमला करने का आरोप लगाते हुए 37 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराने की बृहस्पतिवार को मांग की।
विपक्षी पार्टी ने यह भी दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने मतदान की रात श्योपुर जिले के विजयपुर निर्वाचन क्षेत्र में डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर की प्रतिमा का अपमान किया।
हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस झूठ फैला रही है।
यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया कि बुधवार को विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग किया गया।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा द्वारा की गई हिंसा के बाद भी कांग्रेस विजयपुर उपचुनाव जीतेगी।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, “ हमने उपचुनाव से पहले और उसके दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के बारे में निर्वाचन आयोग में 100 से ज़्यादा शिकायतें दर्ज कराईं। लेकिन कुछ नहीं हुआ और उपचुनाव के दौरान, खास तौर पर विजयपुर में हिंसा बेरोकटोक होती रही।”
पटवारी ने आरोप लगाया, “बुधवार को उपचुनाव से पहले और बाद में विजयपुर में जाटवों (दलित समुदाय) और आदिवासियों को डराया गया। भाजपा के लोगों ने जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने कई आदिवासी बहुल इलाकों में हमले किए। दलितों की संपत्ति को आग के हवाले कर दिया गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने रात में डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर की प्रतिमा का भी अपमान किया।”
उन्होंने कहा, “यह पहली बार था जब चुनावों को प्रभावित करने के लिए डकैतों को भी शामिल किया गया। राजस्थान के डकैत बंटी रावत ने विजयपुर में आतंक मचाया और वह चुनावों को प्रभावित करने के लिए आठ अन्य डकैतों को लेकर आया था। उसे लोगों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। बंटी के खिलाफ 40 आपराधिक मामले दर्ज हैं ।’’
पटवारी के अनुसार, भाजपा शासित राज्य में दोनों सीट के उपचुनाव के दौरान सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुंचाने के लिए राज्य मशीनरी का खुलेआम दुरुपयोग किया गया।
उन्होंने कहा, “हमने विजयपुर में 37 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग की है।”
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “ उपचुनाव में धांधली करने की भाजपा की नापाक साजिश के बाद भी हम जीतने जा रहे हैं। हमें विजयपुर सीट पर 50,000 से ज़्यादा वोट के अंतर से जीत की उम्मीद थी। लेकिन भाजपा द्वारा हिंसा करवाने के बाद हमारी जीत का अंतर आधा रह गया है। अब हम यह सीट 25,000 से ज़्यादा वोट से जीतेंगे।”
फोन पर संपर्क करने पर प्रदेश भाजपा प्रमुख वी डी शर्मा ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि वह झूठ फैला रही है।
उन्होंने कहा, “मुझे बताइए, अगर बंटी रावत इतना बड़ा डकैत होता, जैसा कि कांग्रेस बता रही है, तो क्या स्थानीय नागरिक उसे पकड़ने की हिम्मत जुटा पाते? कांग्रेस ने उसे विजयपुर से हमारे उम्मीदवार रामनिवास रावत से जोड़ने की कोशिश की, लेकिन वह बुरी तरह विफल रही।”
शर्मा ने कहा, “दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में कोई धांधली या चुनाव संबंधी कोई गड़बड़ी नहीं हुई। निर्वाचन आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए। हमने किसी भी तरह की हिंसा में भाग नहीं लिया। वास्तव में, कांग्रेस ने हिंसा का सहारा लेने की कोशिश की, लेकिन वह विफल रही। भाजपा ने निष्पक्ष तरीके से उपचुनाव लड़ा और वह उन्हें हराएगी।”
पटवारी ने घोषणा की कि पार्टी डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा के कथित अपमान के खिलाफ सोमवार को पूरे मध्य प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा, “हम डॉ. आम्बेडकर की प्रतिमा के अपमान के खिलाफ 18 नवंबर को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
यह पूछे जाने पर कि क्या जाटवों और आदिवासियों को कांग्रेस के प्रति उनके कथित झुकाव के कारण निशाना बनाया गया, पटवारी ने कहा कि अन्य समुदायों ने भी विजयपुर में उनकी पार्टी के पक्ष में मतदान किया।
अधिकारियों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, विजयपुर और बुधनी विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव में क्रमश: 77.85 प्रतिशत और 77.32 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
विजयपुर सीट से कांग्रेस के मौजूदा विधायक रामनिवास रावत के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के बाद उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी है। रावत वर्तमान में मोहन यादव सरकार में मंत्री हैं और उन्होंने अपने पैतृक गांव सुनवाई में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा ने इस सीट से रावत को उतारा है जबकि कांग्रेस ने आदिवासी नेता मुकेश मल्होत्रा को टिकट दिया है।
विदिशा लोकसभा सीट से निर्वाचित होने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था जिस कारण बुधनी में उपचुनाव कराया गया।
भाषा
नोमान