आशा है कि ब्राजील में जी-20 शिखर सम्मेलन में समेकित नेतृत्व घोषणापत्र जारी होगा: भारत
प्रशांत माधव
- 13 Nov 2024, 09:38 PM
- Updated: 09:38 PM
नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले भारत ने बुधवार को विश्वास जताया कि समूह की ब्राजील की अध्यक्षता यूक्रेन और पश्चिम एशिया में संघर्ष के जटिल मुद्दे के बावजूद एक “समेकित” नेतृत्व घोषणापत्र जारी करने में सफल रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 18 और 19 नवंबर को शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल होंगे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया वार्ता में कहा कि आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन “बहुत विशेष” होगा, क्योंकि यह पहली बार होगा जब अफ्रीकी संघ इस समूह में पूर्ण सदस्य के रूप में अपना स्थान लेगा।
पचपन देशों के अफ्रीकी संघ को जी-20 के स्थायी सदस्य के रूप में शामिल करना तथा यूक्रेन संघर्ष पर गहरे मतभेदों को दूर करते हुए नेताओं का घोषणापत्र तैयार करना, पिछले वर्ष जी-20 में भारत की अध्यक्षता के प्रमुख मील के पत्थर के रूप में देखा गया।
विदेश सचिव ने कहा कि जी-20 की ब्राजील की अध्यक्षता की प्राथमिकताएं भारत की प्राथमिकताओं से बहुत अच्छी तरह मेल खाती हैं।
मिस्री ने कहा, “भारत के लिए यह शिखर सम्मेलन विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा क्योंकि हम नयी दिल्ली शिखर सम्मेलन से अपनी प्राथमिकताओं की निरंतरता की ओर देखेंगे, जहां विशेष रूप से उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं से संबंधित अनेक मुद्दों पर चर्चा की गई थी।”
ब्राजील की जी-20 अध्यक्षता का विषय है, एक न्यायपूर्ण विश्व और एक टिकाऊ ग्रह का निर्माण करना।
यह पूछे जाने पर कि क्या यूक्रेन में युद्ध और पश्चिम एशिया में संघर्ष नेतृत्व घोषणापत्र पर आम सहमति बनाने में बाधा बन रहे हैं, मिस्री ने कहा कि इस पर बातचीत चल रही है।
उन्होंने कहा, “आप जानते हैं कि पिछले जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद से अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक स्थिति और भी जटिल हो गई है।”
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