एग्जिट पोल की त्रुटियों को दूर करने के लिए महाराष्ट्र, झारखंड में दोगुनी तैनाती की गई: प्रदीप गुप्ता
जितेंद्र माधव
- 12 Nov 2024, 06:22 PM
- Updated: 06:22 PM
नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) एक्सिस माई इंडिया ने इस वर्ष लोकसभा और हरियाणा विधानसभा चुनावों से सबक लेते हुए अपने एग्जिट पोल सर्वेक्षणों में त्रुटियों को दूर करने के लिए महाराष्ट्र व झारखंड में जमीनी स्तर पर अपनी तैनाती दोगुना कर दी है। एजेंसी के प्रमुख प्रदीप गुप्ता ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वह अकेले व्यक्ति थे जिन्होंने अमेरिकी चुनाव परिणामों की सही भविष्यवाणी की थी हालांकि उन्होंने किसी अन्य देश में इस तरह के विस्तार की संभावना से इनकार किया।
गुप्ता ने बताया हालांकि उन्हें इस वर्ष इथियोपिया, केन्या और ब्रिटेन से भी प्रस्ताव मिले हैं।
गुप्ता को चार जून तक एग्जिट पोल का ‘पोस्टर बॉय’ माना जाता था लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजों ने उनकी छवि को तब झटका दिया जब एक्सिस माई इंडिया की सारे पूर्वानुमान धराशयी हो गये।
एक्सिस माई इंडिया की हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर की गयी भविष्यवाणियां भी गलत साबित हुई, जिसके बाद उनकी छवि को और झटका लगा।
गुप्ता ने बताया कि हर सर्वेक्षण एक सबक है।
गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी गलतियों को पहचानने और सुधारने के लिए अपने काम का गहन विश्लेषण किया है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, “हां, कुछ गलतियां हुई हैं और हमने उनकी पहचान की है। गुणवत्ता नियंत्रण, निगरानी और निर्णय लेने की क्षमता, ऐसे क्षेत्र हैं जिन्हें हम मजबूत कर रहे हैं। हमने महाराष्ट्र और झारखंड में जमीनी स्तर पर तैनाती दोगुनी कर दी है इसलिए निर्णय लेने में किसी तरह की गलती की कोई गुंजाइश नहीं है।”
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में होंगे, जबकि महाराष्ट्र में 20 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा।
दोनों राज्यों में मतगणना 23 नवंबर को होगी।
एक्सिस माई इंडिया के प्रमुख ने बताया, “हमने जिन क्षेत्रों की पहचान की है उसपर काम किया जा रहा है और हम जानते हैं कि हम आगामी चुनावों में कोई गलती नहीं कर सकते।”
गुप्ता ने अमेरिकी चुनावों की भविष्यवाणी करने के अपने पहले प्रयास के बारे में बताया, “हमने अमेरिका में 10,000 से अधिक साक्षात्कार किए। हमने साक्षात्कार लेने के लिए विश्वविद्यालय के प्रशिक्षुओं और गृहिणियों को शामिल किया और हमें जो जानकारियां मिलीं, देश भर में हमारी उपस्थिति ने हमें बढ़त दिलाई और हम ही एकमात्र ऐसे थे जो इसे सही तरीके से कर पाए।”
भाषा जितेंद्र