वक्फ बोर्ड में बदलाव का समय आ गया है: झारखंड की रैली में अमित शाह
प्रशांत मनीषा वैभव
- 12 Nov 2024, 03:35 PM
- Updated: 03:35 PM
बाघमारा (झारखंड), 12 नवंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को वक्फ बोर्ड पर कर्नाटक में मंदिरों, ग्रामीणों और अन्य लोगों की जमीन हड़पने का आरोप लगाया और कहा कि अब समय आ गया है कि बोर्ड में बदलाव किया जाए और संबंधित अधिनियम में संशोधन किया जाए।
उन्होंने यह भी दावा किया कि कोई भी समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लागू होने से नहीं रोक सकता, जो “घुसपैठियों को रोकने के लिए आवश्यक है”, और उन्होंने आदिवासियों को आश्वासन दिया कि उन्हें इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा।
झारखंड के बाघमारा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “वक्फ बोर्ड को जमीन हड़पने की आदत है। कर्नाटक में इसने ग्रामीणों की संपत्ति हड़प ली है... इसने मंदिरों, किसानों और ग्रामीणों की जमीनें हड़प ली हैं... मुझे बताइए कि वक्फ बोर्ड में बदलाव की जरूरत है या नहीं। हेमंत बाबू और राहुल गांधी कहते हैं, नहीं। मैं कहता हूं कि उन्हें विरोध करने दीजिए, भाजपा वक्फ अधिनियम में संशोधन करने वाला विधेयक पारित करेगी। हमें कोई नहीं रोक सकता।”
उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन पर घुसपैठियों को अपना वोट बैंक बनाने का आरोप लगाया और दावा किया कि “अगर झारखंड में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आती है तो अवैध प्रवासियों को ट्रेनों में भरकर बांग्लादेश भेजा जाएगा।”
उन्होंने दावा किया, “झारखंड में घुसपैठ रोकने के उद्देश्य से समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन को कोई नहीं रोक सकता और आदिवासियों को इसके दायरे से बाहर रखा जाएगा।”
शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ओबीसी आरक्षण की विरोधी रही है।
रैली को संबोधित करते हुए शाह ने आरोप लगाया, “राहुल गांधी की चार पीढ़ियां आपके आरक्षण को छू नहीं सकतीं।”
भाजपा नेता ने आरोप लगाया, “झामुमो-राहुल बाबा देश को जातियों के आधार पर बांट रहे हैं”। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों के कल्याण के लिए केवल चार श्रेणियां बनाई हैं - गरीब, किसान, युवा और महिलाएं।
केंद्रीय गृह मंत्री ने वादा किया कि अगर भाजपा सत्ता में आती है तो वह अगले पांच वर्षों में झारखंड को देश का सबसे समृद्ध राज्य बना देगी और “झामुमो-कांग्रेस नेताओं द्वारा लूटा गया प्रत्येक पैसा सरकार के खजाने में वापस लाया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “हम झारखंड में खनिज आधारित उद्योग स्थापित करेंगे और ऐसा माहौल बनाएंगे, जिससे कोई भी दूसरे राज्यों में पलायन नहीं करेगा।”
भाषा प्रशांत मनीषा