दिल्ली प्रदूषण : कई इलाकों में एक्यूआई ‘गंभीर’ , सरकार ने उपायों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई
जोहेब
- 04 Nov 2024, 11:43 PM
- Updated: 11:43 PM
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) दिल्ली में सोमवार को लगातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में रही और कई इलाकों में एक्यूआई 381 दर्ज किया गया। देश में दूसरी बार एक्यूआई बदतर श्रेणी में रहा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, सुबह नौ बजे राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 373 दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, 17 निगरानी स्टेशनों ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में दर्ज किया, जिनमें प्रदूषण का स्तर 400 से अधिक पाया गया।
रविवार को 15 स्टेशनों में एक्यूआई ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में दर्ज किया गया था।
दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई सोमवार को शाम चार बजे 381 दर्ज किया गया, जो रविवार को 382 था।
जिन क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही, उनमें अशोक विहार, अलीपुर, बवाना, द्वारका, जहांगीरपुरी, मुंडका, मोती बाग, एनएसआईटी द्वारका, नजफगढ़, नेहरू नगर, ओखला फेज-2, पटपड़गंज, पंजाबी बाग, सोनिया विहार, आनंद विहार, रोहिणी, वजीरपुर और विवेक विहार शामिल हैं।
हवाओं के कारण मिली अस्थायी राहत के बावजूद, दिवाली के बाद राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी गई है।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर ‘अत्यंत गंभीर’ माना जाता है।
इस बीच, उच्चतम न्यायालय ने दिवाली पर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर में जबरदस्त वृद्धि पर सोमवार को गंभीर चिंता जताई और अदालती आदेशों के उल्लंघन का संज्ञान लेते हुए कहा कि पटाखों पर प्रतिबंध से जुड़े उसके निर्देशों पर “शायद ही अमल हुआ।”
न्यायालय ने दिल्ली सरकार और पुलिस आयुक्त से यह बताने को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों के निर्माण, ब्रिकी और उन्हें फोड़ने पर पूर्ण प्रतिबंध संबंधी आदेशों को लागू करने के लिए क्या कदम उठाए गए और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।
न्यायमूर्ति अभय एस. ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने अखबारों में प्रकाशित उन खबरों का हवाला दिया, जिनमें पटाखों पर प्रतिबंध से जुड़े अदालती आदेशों के उल्लंघन का जिक्र किया गया है।
पीठ ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि दिल्ली सरकार तुरंत जवाब दे कि ऐसा क्यों हुआ। हम चाहते हैं कि दिल्ली में पटाखों की बिक्री, निर्माण और उन्हें फोड़ने पर प्रतिबंध लगाने से जुड़े सभी आदेश रिकॉर्ड पर रखे जाएं।’’
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि हवा की कम गति के कारण दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है।
राय ने कहा कि वह मंगलवार को शीतकालीन कार्य योजना के तहत विभिन्न विभागों और एजेंसियों द्वारा किए गए सभी मापों की समीक्षा करेंगे।
इस बीच, देश के अन्य स्थानों पर, सोमवार को कई स्थानों पर एक्यूआई का स्तर ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में दर्ज किया गया। सोमवार को, दिल्ली में देश का दूसरा सबसे खराब एक्यूआई दर्ज किया गया, इसके बाद उत्तर प्रदेश में नोएडा, हरियाणा में मानेसर, कैथल और हिसार तथा बिहार में हाजीपुर का स्थान था, जहां वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गई थी। राजस्थान के श्री गंगानगर में देश में सबसे खराब एक्यूआई दर्ज किया गया।
भाषा शफीक