आगरा के पास वायुसेना का मिग-29 विमान दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित
धीरज अमित
- 04 Nov 2024, 10:55 PM
- Updated: 10:55 PM
(तस्वीरों के साथ)
आगरा/नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) भारतीय वायुसेना का एक मिग-29 लड़ाकू विमान सोमवार को एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान ‘‘तकनीकी खराबी’’ की वजह से उत्तर प्रदेश के आगरा के पास एक खेत में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले उसका पायलट विमान से सुरक्षित निकलने में सफल रहा और जमीन पर भी कोई भी हताहत नहीं हुआ है।
स्थानीय निवासियों द्वारा बनाए गए वीडियो में विमान को सुनेगा गांव में जमीन पर गिरते हुए और आग की लपटों में घिरते हुए देखा जा सकता है। पायलट को पास के बहा गांव में पैराशूट से उतरते हुए देखा गया, जहां लोग उसकी मदद के लिए दौड़े।
भारतीय वायुसेना ने कहा कि पायलट ने यह सुनिश्चित किया कि विमान के जमीन पर गिरने से जान-माल को कोई नुकसान न हो और फिर वह विमान से सुरक्षित बाहर निकल गया। उसने कहा कि साथ ही, दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ के आदेश दे दिए गए हैं।
वायुसेना ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ के अपने आधिकारिक अकाउंट पर जानकारी दी, ‘‘भारतीय वायुसेना का एक मिग-29 विमान आज नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान प्रणाली में आई खराबी की वजह से आगरा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने सुनिश्चित किया कि जमीन पर जान-माल को कोई नुकसान न पहुंचे, फिर वह सुरक्षित तरीके से विमान से बाहर निकल गया। दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए भारतीय वायुसेना ने जांच के आदेश दे दिए हैं।’’
दुर्घटना स्थल के पास बड़ी संख्या में लोग उत्सुकतावश एकत्रित हो गए। बाद में सैन्य कर्मियों ने घटनास्थल की घेराबंदी कर दी।
दुर्घटनास्थल के निकट स्थित नौरंगपुर गांव निवासी निशु पचौरी ने बताया, ‘‘मैंने तेज आवाज सुनी और जब मैं अपने घर से बाहर निकलकर खेतों की ओर भागा तो मैंने आग की लपटें देखीं।’’
सोशल मीडिया मंच पर कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिनमें दुर्घटनाग्रस्त विमान का ढांचा आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाई दे रहा है और धुएं का गुब्बार उठ रहा है।
इससे पहले दो सितंबर को राजस्थान के बाड़मेर में ‘गंभीर’ तकनीकी खामी की वजह से वायुसेना का एक अन्य मिग-29 दुर्घनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में पायलट सुरक्षित निकल आया था और जान-माल की कोई हानि नहीं हुई थी।
भाषा धीरज