प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर 'जानबूझकर' किए गए हमले की कड़ी निंदा की
ब्रजेन्द्र माधव
- 04 Nov 2024, 09:23 PM
- Updated: 09:23 PM
नयी दिल्ली, चार नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कनाडा में एक हिंदू मंदिर पर हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे।
ब्रैम्पटन में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों की मंदिर यात्रा के दौरान हिंसक झड़पों के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 'जानबूझकर किया गया हमला' और 'हमारे राजनयिकों को डराने का कायरतापूर्ण प्रयास' करार दिया।
उन्होंने यह उम्मीद भी जताई कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन बनाए रखेगी।
खालिस्तानी झंडे लिए प्रदर्शनकारियों की रविवार को कनाडा में ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में लोगों के साथ झड़प हुई, जिसके बाद ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने एक कड़ा बयान जारी कर ‘भारत विरोधी’ तत्वों द्वारा किए गए हमले की निंदा की।
मोदी ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकों को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही भयावह हैं।"
उन्होंने कहा, "हिंसा के ऐसे कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं करेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का शासन बनाए रखेगी।"
कनाडा के साथ रिश्तों में आई कड़वाहट और खालिस्तानी आतंकवादियों से संबंधित मुद्दों पर विवाद शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री की यह पहली टिप्पणी है।
केनैडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पील क्षेत्रीय पुलिस ने रविवार को बताया कि ब्रैम्पटन के एक मंदिर के बाहर विरोध प्रदर्शन हुआ था और सोशल मीडिया पर प्रसारित घटना के कुछ अपुष्ट वीडियो में प्रदर्शनकारी खालिस्तान के समर्थन में बैनर पकड़े नजर आए।
रिपोर्ट में कहा गया कि वीडियो में लोग एक-दूसरे पर घूंसे बरसाते और एक-दूसरे पर डंडों से हमला करते नजर आए। यह घटना हिंदू सभा मंदिर के आसपास के मैदान में होती प्रतीत हो रही है।
इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर ‘बेहद चिंतित’ है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘हम ओंटारियो के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में कल चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं।’’
भाषा ब्रजेन्द्र