उप्र में इस साल 17 नए मेडिकल कॉलेज, दोगुनी हुईं एमबीबीएस की सीटें : योगी
जफर, रवि कांत
- 25 Oct 2024, 09:50 PM
- Updated: 09:50 PM
महराजगंज, 25 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि इस साल प्रदेश को 17 नये मेडिकल कॉलेज मिल रहे हैं, साथ ही प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें भी दोगुनी हो चुकी हैं।
योगी ने शुक्रवार को महराजगंज में प्रदेश के पहले पीपीपी मोड के केएमसी मेडिकल कॉलेज के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही तराई के जनपदों को लगातार उपेक्षा का दंश झेलना पड़ा। सरकारों के एजेंडे में तराई के क्षेत्र होते ही नहीं थे। मगर अब महराजगंज उपेक्षित नहीं रहा, आज ही यहां 940 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं की शुरूआत हुई है।
एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी गोरखपुर में पूर्वी उप्र का एक मात्र बीआरडी मेडिकल कॉलेज स्वयं 'बीमार' हाल में था। मगर आज यह गोरखपुर-एम्स से स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा कर रहा है।
उन्होंने कहा कि 2017 में प्रदेश की सत्ता जब संभाली तो उप्र के पास वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं थे, मगर सबके साथ और टीम वर्क के कारण आज परिणाम हर किसी के सामने है।
योगी ने इस बात को लेकर विशेष तौर पर संतोष जताया कि उप्र में अब तक 5.14 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत योजना का गोल्डन कार्ड प्रदान किया जा चुका है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि उप्र में पहले केवल 18 मेडिकल कॉलेज थे, मगर आज 64 जिलों में मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं।
उन्होंने कहा कि तराई के क्षेत्र आजादी के बाद से लगातार उपेक्षित रहे हैं। शासन की सुविधाओं की स्थिति अत्यंत खराब थी। न बिजली आती थी, न सड़कें अच्छी थीं, चीनी मिलें बंद होती गईं, पेयजल और गंदगी के कारण इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां यहां की जवानी को निगल जाती थीं, मलेरिया का आतंक था। मगर आज इंसेफेलाइटिस की बीमारी पूर्वी उप्र से सदैव के लिए समाप्त हो गई है। अब कोई मासूम दम नहीं तोड़ता। आज महराजगंज उपेक्षित नहीं है।
योगी ने कहा कि गोरखपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना के साथ ही कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बहराइच, सुल्तानपुर, अम्बेडकरनगर, अयोध्या, प्रतापगढ़ में मेडिकल कॉलेज शुरू हो गये हैं।
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जफर, रवि कांत