दिल्ली: रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास जोरदार धमाका; एनएसजी और एनआईए की टीम मौके पर।
राजकुमार रंजन
- 21 Oct 2024, 01:04 AM
- Updated: 01:04 AM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 20 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली के रोहिणी में रविवार सुबह प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास जोरदार धमाका हुआ, जिससे राष्ट्रीय राजधानी स्तब्ध रह गयी। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) समेत शीर्ष जांच एजेंसियां इस विस्फोट के सुरागों को पता लगाने में जुट गयी।
पुलिस ने कहा कि वह इस घटना के संभावित खालिस्तानी जुड़ाव की जांच कर रहे हैं, क्योंकि सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला गया है जिसमें दावा किया गया है कि यह विस्फोट भारतीय एजेंट द्वारा कथित रूप से खालिस्तान समर्थक अलगाववादियों को निशाना बनाए जाने के प्रतिशोध में किया गया।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि यह एक कम तीव्रता वाला आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) था, जिसे बिना छर्रे या बॉल बेयरिंग के टाइमर या रिमोट से नियंत्रित किया जा सकता था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि संदेह है कि हमलावर प्रशासन को एक संदेश देना चाहते थे।
विस्फोट के बाद राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और दिल्ली पुलिस की टीम ने इलाके की घेराबंदी कर दी और फॉरेंसिक टीम ने विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए घटनास्थल से नमूने एकत्र किए।
पुलिस ने बताया कि स्कूल की दीवार, पास की दुकानें और एक कार क्षतिग्रस्त हो गई। सीसीटीवी कैमरे में यह विस्फोट रिकार्ड हो गया। इस विस्फोट की आवाज कई मीटर तक सुनी गयी।
पुलिस को संदेह है कि बम देर रात को रखा गया होगा। स्थानीय लोगों ने बताया कि बम सुबह सात बजकर 35 मिनट और सात बजकर 40 मिनट के बीच फटा।
यह घटना पिछले कुछ दिनों में कई एयरलाइनों को बम से उड़ाने की धमकियों की पृष्ठभूमि में हुई है।
बाद में शाम को, ‘जस्टिस लीग इंडिया’ द्वारा टेलीग्राम पोस्ट का एक कथित स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया मंचों पर प्रसारित किया गया। उसमें नीचे ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ वॉटरमार्क के साथ विस्फोट की एक क्लिप थी।
‘जस्टिस लीग इंडिया’ ने ‘क्लिप’ के साथ पोस्ट में कहा, ‘‘अगर भारतीय कायर एजेंसी और उनके मालिक सोचते हैं कि वे हमारी आवाज को दबाने के लिए तथा हमारे सदस्यों को निशाना बनाने के लिए गंदे गुंडों को किराए पर ले सकते हैं, तो वे मूर्खों की दुनिया में रहते हैं। वे कल्पना नहीं कर सकते कि हम उनके कितने करीब हैं और हम किसी भी समय हमला करने में कितने सक्षम हैं।खालिस्तान जिंदाबाद।’’
घटना के कथित वीडियो में घटनास्थल से धुएं का गुबार निकलता दिखाई दे रहा है। साथ ही, विस्फोट स्थल के पास दो कार खड़ी थी और विस्फोट से कुछ सेकंड पहले कुछ दोपहिया वाहन वहां से गुजरे थे। स्थानीय निवासियों ने कहा कि विस्फोट ‘तीव्र’ था और इसके बाद इलाके में दुर्गंध फैल गई।
पुलिस ने बताया, ‘‘एफएसएल और एनएसजी टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और नमूने एकत्र किए। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 4 और विस्फोटक अधिनियम की धारा चार के तहत रोहिणी के प्रशांत विहार पुलिस थाने में प्राथमिकी संख्या 512/24 यू/एस 326 (जी)दर्ज किया गया है।’’
अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों को घटनास्थल पर एक संदिग्ध ‘सफेद पाउडर’ मिला है और उन्होंने इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया है। उन्होंने बताया कि टीम ने घटनास्थल से मिट्टी के नमूने भी एकत्र किए हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘सफेद पाउडर अमोनियम नाइट्रेट और क्लोराइड का मिश्रण हो सकता है। विस्फोट के बाद रसायनों की दुर्गंध आ रही थी। स्थानीय निवासियों और वहां पहुंचे पुलिस अधिकारियों को भी यही महसूस हुआ। हमारी टीम पूरे मामले की जांच कर रही हैं।’’
एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘यह किसी प्रकार का विस्फोटक है या कुछ और, इसका पता तभी चल सकेगा जब हम इसकी गहन जांच करेंगे। हमें संदेह है कि विस्फोट का कारण देसी बम हो सकता है।’’
दिल्ली पुलिस ने बताया कि वे मोबाइल नेटवर्क का डेटा एकत्र कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि विस्फोट के समय आसपास कौन-कौन मौजूद थे। उसने कहा कि ऐसा संदेह है कि एक देसी बम के कारण यह धमाका हो सकता है।
एनएसजी कमांडो ने पूरे क्षेत्र में विस्फोटक सामग्री की तलाश के लिए रोबोट तैनात किए हैं।
अधिकारी ने बताया, ‘‘एनएसजी, एनआईए और दिल्ली पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। त्योहार के कारण दिल्ली पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है। पुलिस ने इस घटना के संबंध में विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।’’
सूचना मिलने के बाद अपराध शाखा और विशेष प्रकोष्ठ सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची।
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) ने बताया कि उन्हें सीआरपीएफ स्कूल की ‘चारदीवारी के पास’ धमाका होने की सूचना मिली थी।
डीएफएस के अधिकारियों ने बताया, ‘‘सूचना मिलने के बाद हमने तुरंत दमकल की दो गाड़ियों को मौके पर भेजा। धमाका होने के कारण आग नहीं लगी है और न ही कोई घायल हुआ है, इसलिए हमारी गाड़ी वापस लौट आई।’’
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हमारी फोरेंसिक टीम और अपराध इकाई घटनास्थल से नमूने एकत्र करने के लिए मौके पर मौजूद है। एक पटाखे के कारण यह धमाका हो सकता है, लेकिन हम इस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं।’’
पुलिस ने बताया कि वे घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि उसे सुबह 7.47 बजे एक जोरदार धमाका होने की सूचना मिली थी।
उसने बताया, ‘‘धमाका होने से स्कूल की दीवार क्षतिग्रस्त पाई गई और वहां दुर्गंध आ रही थी। प्रशांत विहार के थाना प्रभारी और अन्य कर्मी मौके पर मौजूद हैं। पास की दुकान और नजदीक खड़ी कार के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।’’
पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हमारी बम निरोधक टीम आसपास के इलाकों की जांच कर रही हैं। हमने आसपास के पुलिस थानों को भी सतर्कता बरतने और जांच बढ़ाने के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। विभिन्न बाजारों में पैदल गश्त भी बढ़ा दी गई है। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अगर उन्हें कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।’’
विस्फोट की आवाज सुनकर इलाके के लोग अपने घरों और दुकानों से बाहर निकल आए।
एक स्थानीय ने बताया, ‘‘हमें लगा कि पास में ही कोई एलपीजी सिलेंडर फट गया है। हमने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को मामले की जानकारी दी। कई दुकानों के शीशे टूट गए हैं।’’
पास में रहने वाले राकेश गुप्ता ने बताया कि धमाका होने के तुरंत बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
गुप्ता ने बताया, ‘‘हम इस बात को लेकर बहुत उलझन में हैं कि आखिर क्या हुआ है। पुलिस की कई टीम जांच कर रही हैं।’’
घटनास्थल के निकट स्थित चश्मे की एक दुकान के मालिक सुमित ने बताया, ‘‘मेरी खिड़की के शीशे टूट गए। मेरी दुकान के अंदर का सारा सामान जमीन पर गिर गया। यह बहुत तेज धमाका था।’’
भाषा राजकुमार