डीजीपी 15 दिनों के भीतर हिरासत में आदिवासी व्यक्ति की मौत मामले पर रिपोर्ट दें : टीएचआरसी
राजकुमार धीरज
- 19 Oct 2024, 07:21 PM
- Updated: 07:21 PM
अगरतला, 19 अक्टूबर (भाषा) त्रिपुरा मानवाधिकार आयोग (टीएचआरसी) ने दक्षिण त्रिपुरा के मनुबाजार में हिरासत में एक आदिवासी व्यक्ति की हुई कथित मौत के मामले में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से 15 दिनों के भीतर अंतरिम रिपोर्ट देने को कहा है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आयोग ने अंतरिम रूप से इस मामले का संज्ञान लिया और पुलिस महानिदेशक को 15 दिनों में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
टीएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) एस सी दास द्वारा शुक्रवार को जारी किये गये आदेश में कहा गया है, ‘‘ अखबारों में खबर छपी के मुताबिक सबरूम थानाक्षेत्र में कालाडेपा निवासी बादल त्रिपुरा को पुलिस ने रबड़ की चादरों की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया। उसे शारीरिक यातना दी गयी जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई।’’
आदेश में कहा गया, ‘‘ पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। प्रथम दृष्टया मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप है, इसलिए मामले में अंतरिम संज्ञान लिया गया है। आयोग ने त्रिपुरा के डीजीपी को इस मामले की तत्काल जांच करने और विस्तृत जांच लंबित रहने तक पंद्रह दिनों के भीतर अंतरिम रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।’’
आयोग ने इस मामले को पांच नवंबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।
इस बीच शनिवार को युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और महिला कांग्रेस के नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अगरतला के कुंजाबन इलाके में स्थित टीएचआरसी परिसर में दाखिल हो गए। उन्होंने राज्य मानवाधिकार आयोग की कथित ‘निष्क्रिय’ भूमिका को लेकर प्रदर्शन किया।
उन्होंने मानवाधिकार निकाय के साइनबोर्ड को काले कपड़े से ढक दिया और मानवाधिकारों की रक्षा करने में ‘विफल’ रहने के लिए अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग की।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद शाहजहां इस्लाम ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ पिछले कुछ महीनों में राज्य में मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन होने के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन मानवाधिकार आयोग चुप है। हम चाहते हैं कि मानवाधिकार निकाय जागे और मानवाधिकारों की रक्षा करे।’’
भाषा
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