अप्रैल-सितंबर में परिधान निर्यात 8.5 प्रतिशत बढ़कर 7.5 अरब डॉलर पर पहुंचा
राजेश राजेश अजय
- 17 Oct 2024, 06:42 PM
- Updated: 06:42 PM
नयी दिल्ली, 17 अक्टूबर (भाषा) वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान देश का परिधान निर्यात 8.5 प्रतिशत बढ़कर 7.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में भी तैयार परिधानों का निर्यात 17.3 प्रतिशत बढ़कर 1.11 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
इन आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के चेयरमैन सुधीर सेखरी ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों और मुद्रास्फीति के दबाव के बावजूद भारत के निर्यात में काफी वृद्धि दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में प्रमुख परिधान निर्यातक देशों में भी आरएमजी निर्यात वृद्धि में मंदी देखी गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘भारत कम आयात निर्भरता, फाइबर से लेकर फैशन तक पूरे पारिस्थितिकी तंत्र की मौजूदगी, प्रचुर और युवा श्रम शक्ति के लाभ के साथ विशिष्ट स्थिति में है और इसलिए विकास की असीमित संभावनाएं हैं।’’
सेखरी ने कहा कि इस साल निर्यातक कई बड़े अंतरराष्ट्रीय मेलों में भाग लेंगे और वर्ष 2025 में फिर से ‘भारत टेक्स’ की मेजबानी करेंगे ताकि वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति बढ़ाई जा सके।
परिषद इस महीने स्पेन और न्यूयॉर्क में अंतरराष्ट्रीय रोड शो भी आयोजित करेगी, जिसमें व्यापार, प्रौद्योगिकी और परंपरा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जाएगा।
एईपीसी के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर ने कहा कि भारत ने अप्रयुक्त क्षमता का दोहन शुरू कर दिया है और भू-राजनीतिक चुनौतियों और आपूर्ति श्रृंखला की दिक्कतों के बावजूद पिछले कुछ महीनों में आरएमजी (रेडीमेड गारमेंट) निर्यात में प्रभावशाली दोहरे अंकों की वृद्धि दर्ज की है।
ठाकुर ने कहा, ‘‘यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि पूरी दुनिया ने भारत को एक पसंदीदा स्रोत गंतव्य के रूप में देखना शुरू कर दिया है।’’
इस क्षेत्र के लिए प्रमुख निर्यात गंतव्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, स्पेन और नीदरलैंड हैं।
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