बंगाल: संन्यासी ने भाजपा सांसद अनंत महाराज पर गाली-गलौज का लगाया आरोप, सांसद ने किया इनकार
राजकुमार रंजन
- 14 Oct 2024, 09:29 PM
- Updated: 09:29 PM
कोलकाता, 14 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनंत महाराज सोमवार को तब विवादों में घिर गये जब पश्चिम बंगाल के कूच बिहार स्थित रामकृष्ण विवेवकानंद सेवा आश्रम के एक संन्यासी ने उनपर जिले में एक कार्यक्रम के दौरान उत्पीड़न एवं गाली-गलौज करने का आरोप लगाया।
वैसे भाजपा सांसद ने इस घटना से इनकार किया है लेकिन इसकी (इस घटना की) वजह से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है।
सूत्रों ने बताया कि रविवार को अपने दौरे के दौरान जब राज्यसभा सदस्य ने सीताई स्थित रामकृष्ण विवेकानंद सेवा आश्रम के संन्यासी विज्ञानानंद तीर्थ महाराज से उनका नाम और शैक्षणिक योग्यता के बारे में पूछा तो कथित तौर पर उनकी उनसे बहस हो गई।
विज्ञानानंद के अनुसार, कार्यक्रम से जाने से पूर्व महाराज के सहयोगियों ने आश्रम के लोगों और अन्य साधुओं को धक्का दिया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे साथ न केवल उन्होंने दुर्व्यवहार किया बल्कि उनके सहयोगियों ने भी यहां के कुछ लोगों के साथ धक्का-मुक्की की और मुझे गालियां दीं।’’
हालांकि भाजपा सांसद ने इन आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आश्रम के दौरे के दौरान मैंने संन्यासी से उनके नाम, पहचान और शैक्षणिक योग्यता के बारे में पूछा, लेकिन उन्होंने गुस्से में जवाब देने से इनकार कर दिया, हालांकि कोई शारीरिक झड़प नहीं हुई। मेरे जाने के बाद, उन्होंने कुछ स्थानीय लोगों को गुमराह किया और रास्ता रोक दिया। मेरे सहयोगियों द्वारा उनके या आश्रम में किसी के साथ दुर्व्यवहार करने की कोई घटना नहीं हुई। ये आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।’’
विज्ञानानंद के कुछ समर्थकों ने धरना दिया और संन्यासियों के साथ धक्का-मुक्की करने वालों की गिरफ्तारी की मांग की।
स्थानीय विधायक सुकुमार राय ने इस घटना की निंदा की । उन्होंने कहा, ‘‘ हम संन्यासियों पर किसी भी तरह के हमले का समर्थन नहीं करते हैं। हम समाज की बेहतरी के प्रति उनकी नि:स्वार्थ सेवा को लेकर उनका सम्मान करते हैं। हम इसकी जांच करेंगे।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तर बंगाल विकास मंत्री उदयन गुहा ने इस घटना की निंदा की और पुलिस से उपयुक्त कदम उठाने की अपील की।
भाषा
राजकुमार