पाकिस्तान में जेयूआई-एफ ने प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन के समर्थन की खबरों का खंडन किया
जितेंद्र पवनेश
- 09 Oct 2024, 03:17 PM
- Updated: 03:17 PM
(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, नौ अक्टूबर (भाषा) जमीयत उलेमा ए इस्लाम (जेयूआईएफ) ने इन खबरों को अफवाह करार दिया है जिनमें कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान एक प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग-(नवाज) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन को समर्थन देने के लिए सहमत हो गये हैं। मीडिया में जारी एक खबर में बुधवार को यह जानकारी दी गयी।
‘द डॉन’ समाचार पत्र की खबर के मुताबिक, जेयूआईएफ ने दावा किया कि संसद में ‘कांस्टीट्यूशनल पैकेज’ पेश करने का निर्णय सरकार द्वारा उसके अनुरोध पर स्थगित किया गया था।
समाचार पत्र की खबर में पार्टी सूत्रों के हवाले से बताया गया कि संशोधन के विरोध को लेकर पार्टी के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। उन्होंने संशोधन को ‘विवादित’ करार दिया।
जेयूआईएफ के एक सूत्र के अनुसार, सरकार मौलाना रहमान की मांग पर संशोधन को स्थगित करने पर सहमत हो गई।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, “” अब...एससीओ (शंघाई सहयोग संगठन) शिखर सम्मेलन के बाद यह मामला उठाया जाएगा। मौलाना ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर सोमवार को फलस्तीन के मुद्दे पर एक बहुदलीय बैठक में हिस्सा लिया और सत्तारूढ़ गठबंधन के बड़े नेताओं के साथ बैठक भी की।
इस बैठक के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि मौलाना सरकार का समर्थन करने के लिए सहमत हो गए हैं।
पार्टी प्रवक्ता के अनुसार, “इन खबरों में किसी प्रकार की सच्चाई नहीं है जबकि पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने संशोधन को विवादित करार दिया।”
सूत्रों ने बताया कि इस प्रस्तावित संवैधानिक संशोधन पर जेयूआई-एफ प्रमुख ‘मौजूदा परिस्थितियों में’ सहमत नहीं होंगे।
सूत्रों के मुताबिक, जेयूआई-एफ ने एक अलग संवैधानिक न्यायालय का समर्थन किया लेकिन संवैधानिक संशोधन पर संदेह जाहिर किया।
भाषा जितेंद्र