निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस से कहा: हरियाणा में नतीजों को अद्यतन करने में देरी के आरोप 'बेबुनियाद'
नोमान माधव
- 08 Oct 2024, 05:42 PM
- Updated: 05:42 PM
नयी दिल्ली, आठ अक्टूबर (भाषा) निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश से कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को अद्यतन करने में देरी के उनके “बेबुनियाद आरोप” को साबित करने के लिए रिकॉर्ड पर कुछ भी नहीं है।
आयोग ने पार्टी के आरोपों को “गैर-जिम्मेदाराना, निराधार और अनुचित दुर्भावनापूर्ण विमर्श को गुप्त रूप से विश्वसनीयता प्रदान करने का प्रयास” करार दिया।
इससे पहले कांग्रेस ने आयोग की वेबसाइट पर हरियाणा के चुनाव नतीजे अद्यतन करने में "विलंब" का आरोप लगाते हुए मंगलवार को आयोग का रुख किया और कहा कि अधिकारियों को सही आंकड़ों के साथ वेबसाइट अद्यतन करने के लिए तत्काल निर्देश जारी किए जाएं ताकि झूठी खबरों और दुर्भावनापूर्ण विमर्श का मुकाबला किया जा सके।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने आयोग को पत्र लिखकर यह शिकायत की है।
रमेश ने आयोग को लिखे पत्र में कहा, “पिछले दो घंटों में सुबह 9 बजे से 11 बजे के बीच, आयोग की वेबसाइट पर परिणामों को अद्यतन करने की गति काफी धीमी थी। जैसा कि आप कल्पना कर सकते हैं, इससे बुरी मंशा वाले लोग ऐसी कहानियां गढ़ सकते हैं जो प्रक्रिया को कमजोर करती हैं। आप इसके उदाहरण सोशल मीडिया पर पहले से ही देख सकते हैं। "
रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर आयोग को टैग करते हुए एक अन्य पोस्ट में कहा, “आदमपुर विधानसभा (हरियाणा) में कांग्रेस के उम्मीदवार चंदर प्रकाश कथित तौर पर 1,426 वोट से जीत गए हैं - लेकिन चुनाव आयोग ने अभी तक चुनाव प्रमाणपत्र जारी नहीं किया है। वहीं वेबसाइट पर पिछले तीन राउंड के नतीजे नहीं दिख रहे हैं। इस देरी पर क्या जवाब है?”
अपने जवाब में आयोग ने कहा कि मतों की गिनती निर्वाचन संचालन नियमावली के नियम 60 के अनुसार, निर्धारित मतगणना केंद्रों पर तथा निर्धारित प्राधिकारियों द्वारा वैधानिक एवं नियामक व्यवस्था का पालन करते हुए की जा रही है।
आयोग ने कहा कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में पूरी मतगणना प्रक्रिया नियमों के अनुसार उम्मीदवारों, पर्यवेक्षकों और माइक्रो-पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हो रही है।
निर्वाचन आयोग ने कहा, “ नतीजों को अद्यतन करने में देरी के आपके बेबुनियाद आरोप को साबित करने के लिए रिकॉर्ड पर कुछ भी नहीं है। आपके ज्ञापन में हरियाणा या जम्मू-कश्मीर के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में देरी के बारे में कोई विपरीत तथ्य भी नहीं है।”
आयोग ने रेखांकित किया कि सभी निर्वाचन क्षेत्रों में लगभग 25 दौर की मतगणना हो रही है और इसे हर पांच मिनट में अद्यतन किया जा रहा है, जो त्वरित गति से मतगणना प्रक्रिया के साथ साथ आंकड़ों के प्रसार को प्रमाणित करता है।
भाषा नोमान