कर्नाटक के दो गांवों में दूषित पानी पीने से 1,000 से अधिक लोग बीमार
रंजन रंजन नरेश
- 04 Oct 2024, 06:30 PM
- Updated: 06:30 PM
उडुपी (कर्नाटक), चार अक्टूबर (भाषा) कर्नाटक के उडुपी जिले के उप्पुंडा में एक स्थानीय पानी की टंकी से दूषित पानी पीने के बाद एक हजार से अधिक लोग बीमार पड़ गए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘उनमें से किसी की भी हालत गंभीर नहीं है। उनमें से अधिकतर स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में उचित उपचार के बाद पहले ही ठीक हो चुके हैं।’’
उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों में से ज्यादातर बिंदूर तालुक के उप्पुंडा ग्राम पंचायत के करकी कल्ली और मदिकल वार्ड के हैं, जिन्होंने उल्टी और दस्त जैसे लक्षण बताए ।
एक अधिकारी ने बताया कि कई घरों में कई परिवार के सदस्यों में एक जैसे लक्षण दिखे और दूषित पानी पीने के बाद कई घरों में तीन या उससे अधिक लोगों के बीमार पड़ने की जानकारी मिली ।
उडुपी के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आई. पी. गदाध ने कहा कि दोनों वार्डों में आपूर्ति किए जाने वाले पानी में ‘जलजनित रोगाणु साल्मोनेला बैसिलरी’ के स्वरूप पाए गए हैं।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने 30 सितंबर को दोनों गांवों और उसी जल स्रोत का इस्तेमाल करने वाले आस-पास के गांवों में इस स्थिति की जांच करने के लिए एक टीम भेजी थी और हमें 56 मामलों में इस बैक्टीरिया के स्वरूप मिले थे। आज तक, हमें लगभग 150 मामले मिले हैं।’’
दोनों वार्डों के ग्राम पंचायत सदस्यों के अनुसार, इस घटना से पहले तीन दिनों तक पानी की आपूर्ति नहीं हुई थी और उसके बाद, गांवों में गंदा पानी आया और जिन लोगों ने इसे पीने से पहले फ़िल्टर किया अथवा उबाल के पिया, उनमें ऐसे कोई लक्षण नहीं दिखे।
गदाध ने कहा, ‘‘हम लोग खराब जल की आपूर्ति के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं ।
स्थानीय निवासियों ने पानी के दूषित होने के लिए पानी की टंकी के खराब रखरखाव को जिम्मेदार ठहराया और वहां से होने वाले पानी की आपूर्ति को रोक दी गयी है।
अधिकारियों ने बताया कि ग्रामीणों ने घटना की जांच और समस्या के समाधान के लिए तत्काल उपाय करने की मांग की है।
भाषा रंजन रंजन