सिद्धरमैया ने गांधी का उद्धरण देते हुए कहा, ‘अंतरात्मा की अदालत, सभी अदालतों से ऊपर’
आशीष माधव
- 02 Oct 2024, 08:19 PM
- Updated: 08:19 PM
(फोटो के साथ)
बेंगलुरु, दो अक्टूबर (भाषा) मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) के भूखंड आवंटन मामले में लोकायुक्त और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को महात्मा गांधी का उद्धरण देते हुए कहा कि ‘‘अंतरात्मा की अदालत’’, सभी अदालतों से ऊपर है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि गांधीजी के जीवन और विचारों ने उन्हें उनके ‘‘वर्तमान संघर्ष’’ में साहस, शक्ति और उम्मीद दी है। उन्होंने परोक्ष रूप से एमयूडीए मामले में संबंधित एजेंसियों की जांच की ओर इशारा किया जिसमें उनकी पत्नी को 14 भूखंड आवंटित किए गए थे। मामले में विपक्ष उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रहा है।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘महात्मा गांधी जी ने कहा था कि हमारी सभी अदालतों से ऊपर एक सर्वोच्च अदालत है और वह अंतरात्मा की अदालत है, यह बाकी सभी अदालतों से बढ़कर है...कभी-कभी सभी को अदालतों से न्याय नहीं मिल पाता है, लेकिन मैं यह स्पष्ट रूप से कह सकता हूं, जैसा कि गांधी जी ने कहा था-जो अदालतें हम देखते हैं वे अंतरात्मा की इस अदालत से ऊपर नहीं हो सकतीं।’’
‘गांधी स्मारक निधि’ द्वारा गांधी जयंती पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हम सभी को अपने विवेक के अनुसार आचरण करने का प्रयास करना चाहिए, भले ही दूसरे इसे पसंद करें या नापसंद करें, चाहे वे विरोध करें या सराहना करें, लेकिन हमें अपने विवेक के अनुसार कार्य करने का प्रयास करना चाहिए।’’
मुख्यमंत्री ने ये टिप्पणियां ऐसे वक्त में की है जब एमयूडीए भूखंड आवंटन मामले में अदालतों के निर्देश पर उनके खिलाफ लोकायुक्त और ईडी द्वारा जांच की जा रही है।
लोकायुक्त पुलिस ने एक विशेष अदालत के 25 सितंबर के आदेश के बाद सिद्धरमैया, उनकी पत्नी पार्वती, उनके साले मल्लिकार्जुन स्वामी, देवराजू (जिनसे मल्लिकार्जुन स्वामी ने जमीन खरीदकर पार्वती को उपहार में दी थी) तथा अन्य के खिलाफ 27 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज की थी।
विशेष अदालत का यह आदेश उच्च न्यायालय द्वारा मुख्यमंत्री के खिलाफ जांच करने के लिए राज्यपाल थावरचंद गहलोत द्वारा दी गई मंजूरी को बरकरार रखने के एक दिन बाद आया।
ईडी ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ एमयूडीए द्वारा उनकी पत्नी को 14 भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितताओं को लेकर पुलिस की प्राथमिकी के समान प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की है।
इससे पहले, एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘साम्प्रदायिकता, तानाशाही और हिंसा से भरी दुनिया में केवल सत्य, शांति और अहिंसा के अवतार महात्मा गांधी ही हमारा हाथ थामकर हमारा मार्गदर्शन कर सकते हैं।’’
उन्होंने एमयूडीए मामलों में जांचों का जिक्र किए बिना कहा, ‘‘बापू के जीवन और विचारों ने मुझे सच्चाई की असली परीक्षा का सामना करने के वर्तमान संघर्ष में भी साहस, शक्ति और आशा दी है। देश के सभी लोगों को गांधी जयंती की शुभकामनाएं।’’
उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने भी पार्टी द्वारा गांधी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हमारी सभी अदालतों से ऊपर अंतरात्मा की अदालत है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अपनी अंतरात्मा के अनुरूप आचरण करना होगा-गांधीजी का यह संदेश, आज हमें याद दिलाया जा रहा है...।’’
महात्मा गांधी की 155वीं जयंती पर सिद्धरमैया और शिवकुमार ने यहां विधानसौध परिसर में गांधी भवन से गांधी प्रतिमा तक मार्च निकाला।
सिद्धरमैया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उसकी सरकार हमेशा संविधान के प्रति प्रतिबद्ध रही है। उन्होंने पांच गारंटी योजनाओं समेत उनकी सरकार के विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य कमजोर वर्गों को आर्थिक तथा सामाजिक ताकत देना है।
भाषा आशीष