उदयपुर में संदिग्ध तेंदुए ने एक और महिला को शिकार बनाया
कुंज धीरज
- 02 Oct 2024, 12:11 AM
- Updated: 12:11 AM
जयपुर,एक अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के उदयपुर में तेंदुए के हमले में 55 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। जिसके बाद यह संख्या बढ़कर सात हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
तेंदुए के हमले से होने वाली मौतों की बढ़ती संख्या से चिंतित वन अधिकारियों ने मंगलवार को आदमखोर तेंदुए की पहचान के बाद उसे मारने का आदेश जारी किया।
अधिकारियों के अनुसार उदयपुर जिले के सुआवतों का गुढ़ा में मंगलवार सुबह एक संदिग्ध तेंदुए के हमले से 55 वर्षीय महिला कमला कंवर की मौत हो गई। महिला घर के बाहर उस समय पशुओं को चारा खिला रही थी।
प्रधान मुख्य वन्यजीव संरक्षक (पीसीसीएफ) और मुख्य वन्यजीव संरक्षक (सीडब्ल्यूडब्ल्यूएफ) पवन कुमार उपाध्याय द्वारा जारी आदेश के बाद वन विभाग, पुलिस और सेना की टीम ने उस क्षेत्र को घेर लिया है, जहां तेंदुआ घूम रहा है।
उपाध्याय ने कहा, ‘‘उदयपुर में आदमखोर तेंदुए को गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।’’
आदेश में अधिकारी ने पिछले दिनों हुई छह मौतों के लिए तेंदुए के हमले को जिम्मेदार ठहराया है। चूंकि ताजा मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है, इसलिए विभाग ने पुष्टि नहीं की है कि महिला की मौत तेंदुए के हमले में हुई है या नहीं। हालांकि महिला के परिजनों का दावा है कि यह तेंदुए का हमला था।
आदेश में कहा गया, ‘‘उदयपुर जिले में 18, 19, 20, 25, 28 और 30 सितंबर को तेंदुओं ने इंसानों का शिकार किया। उपरोक्त घटनाओं में तेंदुओं के हमले का स्थान उप वन संरक्षक उदयपुर (उत्तर) के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत छाली, बगडुंडा, मजावद और मदार है।’’
तेंदुए के हमले और स्थानीय लोगों में बढ़ते आक्रोश से चिंतित वन अधिकारियों ने पिछले महीने पिंजरे लगाए थे, कैमरा ट्रैप लगाए थे और तेंदुए का पता लगाने के लिए भारतीय सेना से भी मदद मांगी थी। नतीजतन, अलग-अलग जगहों से तीन तेंदुए (एक ही रात में दो और एक बाद में) पकड़े गए।
बार-बार हो रही घटनाओं के बाद उदयपुर के वन विभाग के अधिकारियों ने तेंदुए को मारने के लिए मुख्यालय से अनुमति मांगी।
उदयपुर संभागीय आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक , जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और वन अधिकारियों से सोमवार को चर्चा के बाद मंगलवार को मुख्यालय ने आदमखोर तेंदुए को मारने की सशर्त अनुमति दे दी।
अनुमति इस शर्त पर दी गई थी कि तेंदुए को बेहोश करने या उसे पकड़ने का प्रयास किया जाना चाहिए। हालांकि, अगर जानवर को बेहोश नहीं किया जा सकता या पकड़ा नहीं जा सकता, तो जानवर को मारने से पहले उसकी सही पहचान सुनिश्चित की जानी चाहिए।
भाषा कुंज