मोदी ने गरीबों से पैसा छीनकर कुछ अरबपतियों को देने के लिए महाभारत जैसा ‘चक्रव्यूह’ रचा : राहुल गांधी
सुभाष माधव शफीक
- 30 Sep 2024, 10:28 PM
- Updated: 10:28 PM
चंडीगढ़, 30 सितंबर (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों से पैसा छीनकर कुछ अरबपतियों को देने के लिए महाभारत जैसा ‘‘चक्रव्यूह’’ रचा है।
राहुल ने पांच अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले, सोमवार को अपनी बहन एवं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा तथा पार्टी नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं कुमारी सैलजा के साथ हरियाणा में प्रचार किया।
अपनी ‘हरियाणा विजय संकल्प यात्रा’ के तहत राहुल ने दिन में नारायणगढ़, अंबाला और कुरुक्षेत्र जिलों में प्रचार किया। कुरुक्षेत्र के थानेसर में शाम में एक रैली में राहुल ने भाजपा पर निशाना साधने के लिए ‘‘चक्रव्यूह’’ का उदाहरण दिया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘‘उनका (भाजपा का) उद्देश्य आम लोगों की जेब से पैसा निकालकर कुछ अरबपतियों को देना है। महाभारत के चक्रव्यूह की तरह ही एक चक्रव्यूह रचा गया है और इसके पीछे छह लोग हैं - नरेन्द्र मोदी, अमित शाह, अदाणी, अंबानी, डोभाल और मोहन भागवत।’’
उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यह है कि देश के गरीब लोगों का पैसा 20-25 अरबपतियों की तिजोरी में चला जाए।
राहुल ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले उन्होंने संसद में महाभारत और कुरुक्षेत्र के बारे में भाषण दिया था। ‘‘महाभारत में, हजारों सैनिक थे, लेकिन चक्रव्यूह के लिए छह लोग जिम्मेदार थे।’’
उन्होंने कहा कि चक्रव्यूह को ‘‘पद्मव्यूह’’ भी कहा जाता है जो ‘कमल’ जैसा दिखने वाला बहुस्तरीय होता है और जो भाजपा का चुनाव चिह्न है।
राहुल ने अपनी सफेद टी-शर्ट की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस का (चुनाव) चिह्न ‘अभय मुद्रा’ है।’’ उनकी टी-शर्ट पर उनकी पार्टी का चिह्न (हाथ) छपा हुआ था।
उन्होंने कहा, ‘‘आप इसे हर धर्म में देखेंगे, हमारे सामने एक गुरुद्वारा है, अगर आप गुरु नानक जी की तस्वीर देखेंगे, तो आप अभय मुद्रा देख सकते हैं। भगवान शिव, भगवान बुद्ध और भगवान महावीर की तस्वीर में आपको अभय मुद्रा दिखाई देगी, जिसका अर्थ है ‘डरो मत’।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और जैसा कि मैंने यह कहा (संसद में अपने भाषण का जिक्र करते हुए) भाजपा के लोगों को लगा कि मैंने सच कहा है, इसलिए वे सभी खड़े हो गए और यहां तक कि मोदी जी भी तीन-चार बार खड़े हुए।’’
राहुल ने कहा, ‘‘हम ऐसा भारत नहीं चाहते जहां चंद अरबपति खुशी से रहें और किसान तथा मजदूर भूखे रहें। हम यह स्थिति बरकरार नहीं रहने देंगे और इसे बदलने के लिए हमें अमित शाह-मोदी के इस चक्रव्यूह को तोड़ना होगा।’’
संसद में दिए गए अपने भाषण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि भारत का युवा अभिमन्यु नहीं है, वह अर्जुन है और वह दो मिनट में आपके चक्रव्यूह को तोड़ देगा।’’
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि खेती और छोटे तथा मध्यम व्यवसायों का निजीकरण कर उन्हें बड़े उद्योगपतियों को सौंप दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले चुनाव में, आपने देखा होगा कि हमने जातिवार गणना, आरक्षण को बढ़ाकर 50 प्रतिशत से अधिक करने, किसानों के कर्ज माफ करने की बात की थी। जबकि मोदी देश को बांटने की बात करते हैं, वह हिंदू-मुसलमान के बारे में बात करेंगे, वह किसानों को आतंकवादी कहते हैं और अपने भाषण में कहते हैं कि वह ‘नॉन-बायोलॉजिकल’ हैं और परमात्मा ने उन्हें भेजा है...।’’
राहुल ने कहा कि कुछ साल पहले वह असम के एक मंदिर में गए थे और वहां के पुजारी ने उनसे कहा था कि भगवान सर्वव्यापी हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘तब मुझे लगा कि मोदी का भगवान अलग है क्योंकि वह अरबपतियों की 24 घंटे मदद करते हैं। मोदी के भगवान अदाणी हैं। अदाणी उनसे जो कहते हैं, वह वही करते हैं। अदाणी कहते हैं कि उन्हें मुंबई हवाई अड्डा चाहिए, मोदी एक फोन करते हैं और उन्हें दे देते हैं। अदाणी कहते हैं कि उन्हें हिमाचल में सेब का और कश्मीर में अखरोट का कारोबार चाहिए... उन्हें जितनी भी जमीन चाहिए, मोदी उन्हें दे देते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भूमि अधिग्रहण विधेयक लेकर आए, लेकिन नरेन्द्र मोदी ने जो पहला काम किया, वह इसे खत्म करना था... वे काले कृषि कानून लेकर आए, जो आपकी जेब से पैसा निकालने वाले थे।’’
राहुल ने कहा कि वहीं दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी गरीबों और आम लोगों के लिए काम करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य है कि अगर अरबपतियों का कर्ज माफ किया जाता है तो किसानों, मजदूरों और गरीबों का भी कर्ज माफ किया जाना चाहिए।’’
राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जिस तरह से अंबानी और अदाणी के बैंक खातों में पैसा जा रहा है... खटाखट, खटाखट, खटाखट, उसी तरह आपके बैंक खातों में भी पैसा आना चाहिए।’’
हरियाणा में पांच अक्टूबर को मतदान होना है, जबकि आठ अक्टूबर को चुनाव नतीजे घोषित किए जाएंगे।
भाषा सुभाष माधव