महाराष्ट्र में इस समय मेरे पिता सबसे स्वीकार्य चेहरा : आदित्य ठाकरे
धीरज वैभव
- 25 Sep 2024, 07:01 PM
- Updated: 07:01 PM
मुंबई, 25 सितंबर (भाषा) शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कहा कि उनके पिता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मौजूदा समय में राज्य का ‘‘सबसे अधिक स्वीकार्य चेहरा’’ हैं।
आदित्य ठाकरे का बयान ऐसे समय आया है जब कांग्र्रेस नेताओं ने इस बात की ओर इशारा किया है कि मुख्यमंत्री का पद गठबंधन में हमेशा उस दल को जाता है जिसके पास सबसे अधिक सीट होती हैं।
यहां आयोजित ‘इंडिया टुडे कॉन्क्लेव’ के एक सत्र में हिस्सा लेते हुए आदित्य ने कहा कि उनके पिता ‘‘महाराष्ट्र के अग्रणी नेताओं में हैं जो राज्य का नेतृत्व कर सकते हैं।’’
कांग्रेस, शिवसेना(यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) राज्य में विपक्षी ‘महा विकास आघाडी’ गठबंधन का और राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया’गठबंधन का हिस्सा हैं।
आदित्य से जब पूछा गया कि शिवसेना (यूबीटी) क्या करेगी अगर कांग्रेस को राज्य विधानसभा चुनाव में अधिक सीट मिलती हैं? जवाब में उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के दौरान उनके पिता के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा किए गए कार्यों का संदर्भ देते हुए कहा कि गत कुछ दशक में यह सबसे बेहतरीन सरकार थी।
आदित्य ने कहा, ‘‘आज भी वह सबसे स्वीकार्य चेहरा हैं। यदि आप महाराष्ट्र के अंदरूनी इलाकों, महाराष्ट्र के कृषि क्षेत्रों में जाएंगे और (लोगों से पूछेंगे) तो वे आपको बताएंगे कि उद्धव बालासाहेब ठाकरे एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो हमारे सबसे कठिन समय में हमारे साथ खड़े रहे।’’
उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री के तौर पर पेश करने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘यदि आज कोई ऐसा व्यक्ति है जो राज्य के लोगों को एकजुट कर सक्षम तरीके से नेतृत्व कर सकता है, तो हां, उद्धव बालासाहेब ठाकरे उन अग्रणी लोगों में से एक हैं जो महाराष्ट्र का नेतृत्व कर सकते हैं क्योंकि हम ऐसा व्यक्ति चाहते हैं जो महाराष्ट्रीयन गौरव की बात करे।’’
आदित्य ने कहा, ‘‘आज की स्थिति में, यदि आप मुझसे पूछें कि क्या आप उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाएंगे? मुझे लगता है कि यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम कैसा प्रदर्शन करते हैं।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘एमवीए में हमारी स्पष्ट समझ है। हम पद के लिए नहीं लड़ रहे हैं। हम मुख्यमंत्री पद या स्वार्थी उद्देश्यों के लिए नहीं लड़ रहे हैं, यही वजह है कि भाजपा ने हमारे साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया। हम महाराष्ट्र के गौरव के लिए लड़ रहे हैं, जो भाजपा के कुशासन के कारण खो गया है।’’
भाषा धीरज