हरियाणा देश में एकमात्र राज्य जो 24 फसलें एमएसपी पर खरीदता है: अमित शाह
अमित माधव
- 23 Sep 2024, 10:21 PM
- Updated: 10:21 PM
चंडीगढ़, 23 सितंबर (भाषा) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस शासित एक भी राज्य हरियाणा की तरह 24 फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद नहीं कर रहा है।
टोहाना में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के बाद शाह ने यमुनानगर जिले के जगाधरी में एक अन्य रैली में विभिन्न मोर्चों पर कांग्रेस पर निशाना साधना जारी रखा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं (मुख्यमंत्री) नायब सैनी को बधाई देता हूं...हरियाणा एकमात्र ऐसा राज्य है जो 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं (कांग्रेस नेता भूपेंद्र) हुड्डा साहब से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस शासित किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री का नाम बताएं जो 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदता हो।’’
सहकारिता विभाग का प्रभार भी संभाल रहे शाह ने कहा, ‘‘कांग्रेस के समय धान का एमएसपी 1,310 रुपये (प्रति क्विंटल) था, भाजपा सरकार ने इसे 2,300 रुपये (प्रति क्विंटल) कर दिया और 8 (अक्टूबर) के बाद हम इसे 3100 रुपये (प्रति क्विंटल) करने जा रहे हैं।’’
रैली में मुख्यमंत्री सैनी की मौजूदगी में शाह ने कहा, ‘‘...वे किसानों की बात करते हैं...लेकिन 2013-2014 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की तत्कालीन सरकार के दौरान किसानों के लिए केवल 22,000 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था। 2024-25 में, मोदी सरकार के तहत किसानों के लिए बजट 1.52 लाख करोड़ रुपये है।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 60 साल में 7 लाख करोड़ रुपये का कर्ज दिया जबकि केंद्र की भाजपा सरकार ने 10 साल में 20 लाख करोड़ रुपये दिए हैं।
शाह ने यह दिखाने के लिए धान खरीद के तुलनात्मक आंकड़े भी दिए कि मोदी सरकार के कार्यकाल में खरीद कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के मुकाबले कहीं अधिक है।
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता में बरकरार रखने के लिए लोगों से अपील करते हुए शाह ने कहा, ‘‘एक तरफ भरोसेमंद भाजपा है, दूसरी तरफ भ्रष्ट कांग्रेस है। आपको दोनों के बीच से फैसला करना है।’’
केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘एक समय था (हरियाणा में) जब एक पार्टी सत्ता में आती थी, तो भ्रष्टाचार बढ़ जाता था और जब दूसरी पार्टी आती थी, तो 'गुंडागर्दी' बढ़ जाती थी। दोनों पार्टियों में 'परिवारवाद' और जातिवाद चरम पर था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी दोनों को खत्म किया।’’
शाह ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के समय में हरियाणा में नौकरियां बांटने का काम बिचौलिए करते थे लेकिन भाजपा सरकार में डाकिया घर-घर जाकर नियुक्ति पत्र पहुंचाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही कांग्रेस ने हरियाणा में दो लाख नौकरियां देने का वादा किया, इसने इस पार्टी के नेताओं को नौकरियां देने में भ्रष्टाचार के बारे में सोचने को प्रेरित किया।
शाह ने कहा, ‘‘उन्होंने दो लाख नौकरियों को 35 लाख रुपये से गुणा करके गिनना शुरू कर दिया है। कुछ शर्म करो, क्या तुम गरीब लोगों से रिश्वत मांगकर खुश हो रहे हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वे जितना चाहें उतना खुश हो सकते हैं, लेकिन भाजपा 8 अक्टूबर को सत्ता में बनी रहेगी।’’ शाह ने कांग्रेस की प्रदेश इकाई में कथित अंदरूनी कलह पर भी कटाक्ष किया।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस में 'एक अनार, सौ बीमार' का मामला है। मुख्यमंत्री का एक पद है, लेकिन (रणदीप) सुरजेवाला ने नये कपड़े ले लिए हैं, (कुमारी) सैलजा नाराज होकर उत्तराखंड चली गई हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इतना ही नहीं, हुड्डा सीनियर और हुड्डा जूनियर (दीपेंद्र) के बीच भी लड़ाई चल रही है।’’ उन्होंने कहा कि टिकट बंटवारे में भी उनके बीच लड़ाई हुई।
शाह ने कहा कि जब नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब भाजपा में कोई लड़ाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पहले सरकारें उन जिलों से चलती थीं, जहां के मुख्यमंत्री होते थे, लेकिन अब सरकार पूरे हरियाणा की है।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर आरक्षण को लेकर उनकी टिप्पणी को लेकर फिर निशाना साधा और कहा, ‘‘कान खोलकर सुन लो राहुल बाबा, जब तक मोदी जी हैं, जब तक भाजपा है, हम किसी को आरक्षण को हाथ नहीं लगाने देंगे।’’
शाह ने कहा कि गांधी नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ मिलकर अनुच्छेद 370 को वापस लाना चाहते हैं और सभी आतंकवादियों को रिहा करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या अनुच्छेद 370 को वापस लाया जाना चाहिए, मैं पूछना चाहता हूं आपसे? क्या आतंकवादियों को रिहा किया जाना चाहिए? राहुल बाबा, आपकी तीन पीढ़ियां भी अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकतीं...यह इतिहास बन चुका है।’’
उन्होंने कहा कि जवाहरलाल नेहरू के समय में अनुच्छेद 370 ने कश्मीर पर प्रश्नचिह्न लगा दिया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उस प्रश्नचिह्न को हटाने का काम किया है।
शाह ने कहा कि वोटबैंक के लालच में वे तुष्टीकरण के लिए कुछ भी नहीं छोड़ते, शाह ने कहा, ‘‘तीन तलाक खत्म होना चाहिए था या नहीं। कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है। राम मंदिर बनना चाहिए था या नहीं? कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है। देश से आतंकवाद खत्म होना चाहिए या नहीं। वोटबैंक के लालच में कांग्रेस पार्टी इसका भी विरोध कर रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि आप चाहे जो भी कर लें, देश का एजेंडा नहीं बदलेगा।’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस न तो कश्मीर की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती है और न ही देश की।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले जब गोलियां चलती थीं, तो (पूर्व प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह को पता लगाने में 15 दिन लग जाते थे क्योंकि वह कांग्रेस से थे। अब अगर कोई दुस्साहस करता है तो कुछ ही दिनों में सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर दी जाती है...हम उनकी (पाकिस्तान की) सीमा में घुसकर हमला करते हैं।’’
नब्बे सदस्यीय हरियाणा विधानसभा के लिए पांच अक्टूबर को मतदान होना है और मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।
भाषा अमित