मध्यप्रदेश : राजनेताओं, धार्मिक नेताओं ने तिरुपति लड्डू में मिलावट की जांच की मांग की
दिमो, रवि कांत
- 21 Sep 2024, 10:18 PM
- Updated: 10:18 PM
भोपाल, 21 सितंबर (भाषा) मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और विपक्षी कांग्रेस के नेताओं के साथ-साथ धर्म गुरुओं ने तिरुपति मंदिर के लड्डू में कथित मिलावट की निंदा करते हुए शनिवार को मामले में गहन जांच की मांग की।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा यह दावा किए जाने के बाद कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) की पिछली सरकार के दौरान श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में लड्डू बनाने के लिए जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था, एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है।
कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इन रिपोर्टों को "बहुत दुखद" बताया।
उन्होंने कथावाचक और बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात के बाद छतरपुर में संवाददाताओं से यह बात कही।
कमलनाथ ने कहा, "यह बहुत ही दुखद घटना है। इसकी जांच होनी चाहिए। तथ्यों का पूरा खुलासा किया जाना चाहिए।"
भाजपा नेता और राज्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मिलावटी लड्डू के बारे में जानकर वे बहुत दुखी हैं।
विजयवर्गीय ने कहा, "कल रात समाचार देखने के बाद मैं खाना नहीं खा पाया। मुझे उम्मीद है कि मामले की गहन जांच की जाएगी और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अगर यह रिपोर्ट सही है तो यह "सनातनियों" के खिलाफ एक बड़ा अपराध और सुनियोजित साजिश है।
उन्होंने कहा कि इस साजिश का उद्देश्य "भारत के सनातनियों के धर्म को भ्रष्ट करना" है।
उन्होंने दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की।
मालवा क्षेत्र में बगलामुखी माता मंदिर के मुख्य पुजारी मनोहर लाल पंडा ने इस कथित मिलावट की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि तिरुपति करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है और लड्डू में गोमांस की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है।
पंडा ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
भाषा
दिमो, रवि कांत