जम्मू-कश्मीर में स्थिर और जनहितैषी सरकार के लिए कांग्रेस को समर्थन दें लोग : खरगे
शफीक पारुल
- 21 Sep 2024, 10:10 PM
- Updated: 10:10 PM
जम्मू, 21 सितंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘‘युवा विरोधी और गरीब विरोधी’’ नीतियां अपनाने का शनिवार को आरोप लगाया और जम्मू-कश्मीर में ‘‘स्थिर एवं जनहितैषी’’ सरकार बनाने के लिए लोगों का समर्थन मांगा।
कांग्रेस उम्मीदवार तारा चंद के पक्ष में यहां सीमावर्ती कस्बे छांब में एक चुनावी रैली को टेलीफोन के जरिये संबोधित करते हुए खरगे ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र-शासित प्रदेश का राज्य का दर्जा बहाल करने और मौजूदा शासन के तहत रुकी हुई विकास गतिविधियों को तेज करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के लोगों को अन्यायपूर्ण तरीके से राज्य के दर्जे से वंचित किया गया है और कांग्रेस पार्टी इसे बहाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। हमारा मानना है कि राज्य का दर्जा लोगों का संवैधानिक एवं लोकतांत्रिक अधिकार है और हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना होगा कि जम्मू-कश्मीर को एक बार फिर पूर्ण राज्य का दर्जा मिले।’’
पार्टी के एक नेता ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष आज सुबह खौर में एक जनसभा को संबोधित करने के लिए यहां पहुंचे, लेकिन ‘‘हेलीकॉप्टर के लिए अनुमति नहीं मिलने के कारण वह कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच सके।’’
खरगे ने कहा, ‘‘एक दशक से ज्यादा समय से भाजपा खोखले वादे करती रही है और जम्मू-कश्मीर के लोगों से किए गए अपने वादे पूरे करने में विफल रही है। बेरोजगारी बढ़ रही है, विकास परियोजनाओं में देरी हो रही है और बुनियादी सेवाएं अधिकतर लोगों की पहुंच से बाहर हैं।’’
जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस के दृष्टिकोण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य जम्मू-कश्मीर में बुनियादी ढांचे से लेकर स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और रोजगार तक के मामले में व्यापक विकास करना है।’’
भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई ‘अग्निवीर’ योजना की आलोचना करते हुए खरगे ने इसे एक ऐसा ‘‘लापरवाही’’ भरा कदम बताया, जो भारत के युवाओं के भविष्य को खतरे में डालता है और देश के रक्षा बलों की अखंडता को कमजोर करता है।
उन्होंने कहा, ‘‘सीमावर्ती क्षेत्र के निवासी होने के नाते, आप अच्छी तरह जानते हैं कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अग्निवीर योजना शुरू करके देश की सुरक्षा और रक्षा के साथ समझौता कर रही है।’’
खरगे ने कहा, ‘‘बिना किसी दीर्घकालिक लाभ के सशस्त्र बलों में चार साल की अस्थाई नियुक्ति की पेशकश करके, यह योजना हमारे युवाओं के लिए वह सम्मान और सुरक्षा प्रदान करने में विफल साबित होती है, जिसके वे हकदार हैं।’’
भाषा शफीक