आलोचनाओं के बीच मलयालम सिनेमा को मिलेगा नया संघ
वैभव अविनाश
- 17 Sep 2024, 05:20 PM
- Updated: 05:20 PM
तिरुवनंतपुरम, 17 सितंबर (भाषा) न्यायमूर्ति के. हेमा समिति की रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासों से मलयालम सिनेमा में मची खलबली के बीच फिल्मी हस्तियों का एक समूह इस क्षेत्र को फिर से मजबूत करने और निष्पक्ष तथा न्यायसंगत कार्य परिस्थितियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक नया फिल्म संघ बनाने की तैयारी में है।
प्रस्तावित संगठन, प्रगतिशील फिल्म निर्माता संघ (प्रोग्रेसिव फिल्ममेकर्स एसोसिएशन) का एक पत्र मलयालम सिनेमा उद्योग के सदस्यों को भेजा गया है।
मीडिया को इस पत्र की एक प्रति मिली है। इसमें कथित तौर पर जाने-माने फिल्म निर्माता अंजलि मेनन, लिजो जोस पेलिसरी, राजीव रवि और आशिक अबू, अभिनेत्री रीमा कलिंगल और निर्माता बिनीश चंद्रा के हस्ताक्षर हैं।
इसके अनुसार, मलयालम फिल्म उद्योग, राज्य की अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक परिदृश्य में अपने महत्वपूर्ण योगदान के बावजूद, पुरानी प्रणालियों और प्रथाओं से बंधा हुआ है।
उसने कहा, ‘‘फिल्म निर्माता-निर्माता, निर्देशक, तकनीशियन के रूप में हम वह आधार हैं जिस पर यह उद्योग खड़ा है। नौकरियां पैदा करने, नवाचार को बढ़ावा देने और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के बावजूद हम अक्सर खुद को एक अव्यवस्थित वातावरण में पाते हैं, जो आधुनिक उद्योगों के प्रगतिशील मानकों से बहुत दूर है।’’
पत्र में फिल्मी हस्तियों से प्रगतिशील फिल्म निर्माता संघ के तहत एकजुट होने का आग्रह किया गया है और आश्वासन दिया गया है कि यह समूह मलयालम सिनेमा के लिए एक नए युग की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम करेगा।
इसमें कहा गया है कि नया संघ ‘‘नैतिक जिम्मेदारी, क्रमबद्ध आधुनिकीकरण और कार्यबल के सशक्तीकरण के स्तंभों पर बनाया जाएगा, एक ऐसा कार्यस्थल बनाया जाएगा जो निष्पक्ष, न्यायपूर्ण और समाज के रूप में हमारे मूल्यों को प्रतिबिंबित करता हो।’’
पत्र के अनुसार फिल्म निर्माताओं ने यह भी कहा कि मलयालम फिल्म उद्योग को वर्तमान आधुनिक प्रणाली के तहत लाने का समय आ गया है।
भाषा वैभव