दक्षिण बंगाल के तटीय जिलों में लगातार बारिश से कुछ इलाकों में जलभराव
शुभम अविनाश
- 16 Sep 2024, 07:09 PM
- Updated: 07:09 PM
कोलकाता, 16 सितंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और अन्य क्षेत्रों में गहरे दबाव का क्षेत्र बनने से पिछले दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण विभिन्न स्थानों के निचले इलाकों में पानी भर गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पश्चिम मेदिनीपुर, बांकुरा और कोलकाता सहित कई जिलों में बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले में शिलाबती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
पश्चिम मेदिनीपुर के घाटाल के उप-विभागीय अधिकारी सुमन बिस्वास ने आश्वासन दिया कि प्रशासन ने राहत सामग्री का भण्डारण कर लिया है तथा राहत शिविर भी तैयार किया गया है।
स्थानीय प्रशासन ने निवासियों को आश्वासन देते हुए कहा कि स्थिति नियंत्रण में है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि चंद्रकोना ब्लॉक एक में धान और जूट की खेती करने वाले किसानों को जलस्तर बढ़ने के कारण भारी नुकसान हो सकता है।
सुंदरबन में लगातार बारिश और तेज हवाओं के कारण काफी नुकसान हुआ है। मछुआरों को समुद्र में जाने से बचने की सलाह दी गई है और कई नौका सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
सूत्रों ने बताया कि बांकुड़ा जिले में एक पुल पर पानी भरने से कई गांवों से संपर्क टूट गया। भूस्खलन से रेल पटरियां और सड़कें भी प्रभावित हुई हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने तटीय क्षेत्र में आगे और अधिक बारिश की भविष्यवाणी नहीं की है।
इस बीच आईएमडी ने कहा कि गहरे दबाव के क्षेत्र के प्रभाव के कारण सोमवार को कोलकाता सहित दक्षिणी पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश हुई।
पुलिस ने बताया कि बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव होने से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। महानगर के पूर्वी हिस्से में कई मुख्य सड़कों पर वाहनों की आवाजाही धीमी रही।
आईएमडी ने कहा कि गहरे दबाव का क्षेत्र धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है और अगले 12 घंटों में इसके कमजोर होने का अनुमान है।
इसके बाद मौसम प्रणाली झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ेगी।
इस प्रणाली के प्रभाव के कारण दिन में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे तथा हल्की बारिश होगी।
सोमवार को सुबह शहर का अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 6.6 डिग्री कम था।
भाषा
शुभम