प्रधानमंत्री लोगों को गुमराह कर रहे हैं : फारूक अब्दुल्ला
शफीक नरेश
- 15 Sep 2024, 04:07 PM
- Updated: 04:07 PM
श्रीनगर, 15 सितंबर (भाषा) पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यह दावा कर देश को ‘‘गुमराह’’ कर रहे हैं कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन केंद्र शासित प्रदेश में सत्ता में आया तो जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फिर से बढ़ जाएगा।
नेकां नेता ने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि पिछले पांच साल से उनकी सरकार है और अनुच्छेद 370 हट चुका है। वह कहते थे कि अनुच्छेद 370 यहां (जम्मू-कश्मीर) आतंकवाद के लिए जिम्मेदार है, लेकिन आज अनुच्छेद 370 है ही नहीं। अब भी ये आतंकवाद क्यों है?’’
अब्दुल्ला की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीडीपी को दोबारा सत्ता में लाने के खिलाफ लोगों को आगाह करने के एक दिन बाद आई है। मोदी ने आरोप लगाया था कि इन दलों की नीतियों ने आतंकवाद के लिए जमीन तैयार की है, युवा नेतृत्व को दबाया है और जम्मू-कश्मीर को ‘‘खोखला’’ कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री को यह पता होना चाहिए कि जब वह दूसरों पर आरोप लगाते हैं तो तीन उंगलियां उनकी ओर उठती हैं।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जो लोग हम पर आरोप लगा रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जब आप हमारी ओर एक उंगली उठाते हैं तो तीन उंगलियां आपकी ओर उठती हैं। आप लोगों को गुमराह कर रहे हैं, आप हर दिन झूठ बोल रहे हैं।’’
वर्ष 1987 के चुनावों में ‘‘धांधली’’ के कारण जम्मू-कश्मीर में उग्रवाद भड़कने संबंधी आलोचना के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने अलगाववादियों को हिंसा करने के लिए नहीं कहा।
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें अलगाववादी नहीं बनाया। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने उन्हें (अलगाववादी) नहीं बनाया। वे पाकिस्तान के लिए बोलते हैं। जो लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे और जनमत संग्रह कराने की बात कर रहे थे, वे आज उनके खेमे में बैठे हैं। आप उनसे क्यों नहीं पूछते कि ‘निजाम-ए-मुस्तफा’ (शरिया कानून) लागू करने के नारे लगाने वाले कहां हैं। वे भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ बैठे हैं।’’
लोकसभा सदस्य शेख अब्दुल रशीद द्वारा नेशनल कॉन्फ्रेंस और अन्य पार्टियों की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने पूछा, ‘‘उन्हें पहले क्यों नहीं रिहा किया गया? अब क्यों? उन्हें मुसलमानों को विभाजित करने और उनकी आवाज को खत्म करने के लिए रिहा किया गया है। वह भाजपा और आरएसएस के साथ हैं।’’
भाषा
शफीक