रूस ने ब्रिटिश राजनयिकों पर लगाया जासूसी का आरोप, ब्रिटेन ने बताया ‘निराधार’
धीरज माधव
- 13 Sep 2024, 06:57 PM
- Updated: 06:57 PM
(अदिति खन्ना)
लंदन, 13 सितंबर (भाषा)ब्रिटेन ने रूस द्वारा उसके राजनयिकों के जासूसी में संलिप्त होने के आरोपों को शुक्रवार को ‘पूरी तरह से निराधार’ करार दिया। इससे पहले रूस ने छह ब्रिटिश राजनयिकों की मान्यता रद्द कर दी थी, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे कुछ सप्ताह पहले ही देश छोड़ चुके हैं।
विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (एफसीडीओ) ने कहा कि ब्रिटेन अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा को लेकर कोई कोई ‘खेद नहीं’ है। उसने रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा द्वारा लगाए गए आरोपों को भी खारिज कर दिया।
रूस द्वारा ब्रिटिश राजनयिकों की मान्यता वापस लेने यह खबर ऐसे समय में आई है जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री सर कीर स्टॉर्मर यूक्रेन युद्ध और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की द्वारा रूस के अंदर मौजूद लक्ष्यों को पश्चिमी देशों द्वारा मुहैया कराई गई मिसाइलों से हमले की अनुमति मांगने के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बातचीत करने के लिए वाशिंगटन पहुंचे हैं।
एफसीडीओ ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘‘एफएसबी द्वारा हमारे कर्मचारियों के खिलाफ आज लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।’’इसमें कहा गया है, ‘‘रूस के अधिकारियों ने पिछले महीने रूस में छह ब्रिटिश राजनयिकों की राजनयिक मान्यता रद्द कर दी थी। यह कार्रवाई यूरोप और ब्रिटेन में रूसी सरकार द्वारा निर्देशित गतिविधियों के जवाब में ब्रिटेन सरकार द्वारा की गई कार्रवाई के बाद की गई थी। हम अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के बारे में दृढ़ हैं।’’
एफएसबी ने कहा कि छह ब्रिटिश राजनयिकों द्वारा खुफिया जानकारी एकत्र करने के संकेत मिले थे और उन्हें ‘हमारे देश को रणनीतिक रूप से पराजित करने’ का काम सौंपा गया था।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने टेलीग्राम पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘हम ब्रिटेन के तथाकथित राजनयिकों की गतिविधियों के बारे में ‘एफएसबी’ के आकलन से सहमत हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटिश दूतावास वियना संधि (राजनयिक संबंधों पर संयुक्त राष्ट्र संधि) द्वारा निर्धारित सीमाओं से बहुत आगे चला गया है।’’
एफएसबी के एक अधिकारी ने रूसी मीडिया को बताया, ‘‘इस अभ्यास (खुफिया जानकारी इकट्ठा करने) को रोकने के लिए दिए गए संकेतों पर ध्यान नहीं दिया गया।’’ सुरक्षा सेवा ने यह भी कहा कि अगर ब्रिटिश राजनयिक इसी तरह की गतिविधि में शामिल पाए गए तो वे उनकी मान्यता रद्द कर देंगे। शुक्रवार को रूसी सरकारी टीवी पर संलिप्त ब्रिटिश राजनयिकों के नाम और तस्वीरें दिखाई गईं।
फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद से सभी पक्षों के राजनयिकों का निष्कासन आम है।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, राजनयिक मान्यता किसी मेजबान देश द्वारा दूसरे देश के कर्मचारियों की स्थिति को मान्यता देने के लिए दी जाती है। किसी भी देश में राजनयिक के रूप में कार्यरत अधिकारी के लिए राजनयिक मान्यता आवश्यक है।
भाषा धीरज