औद्योगिक परिदृश्य को निवेशक अनुकूल बनाने के लिए नीतिगत बदलाव कर रही राज्य सरकार: राठौड़
पृथ्वी कुंज जितेंद्र
- 11 Sep 2024, 07:20 PM
- Updated: 07:20 PM
जयपुर, 11 सितंबर (भाषा) राजस्थान सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने बुधवार को कहा कि प्रदेश में औद्योगिक परिदृश्य को निवेशक अनुकूल बनाने के लिए सरकार बड़े पैमाने पर नीतिगत बदलाव कर रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापार की लागत और लालफीताशाही को कम करना सरकार की प्राथमिकता है।
राठौड़ ‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन-2024 के मद्देनजर यहां संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे।
यह सम्मेलन दिसंबर में प्रस्तावित है।
राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को मौजूदा 15 लाख करोड़ रुपये से दोगुना करके 30 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि ‘राइजिंग राजस्थान’ वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन के जरिए राज्य में निवेश जुटाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा, “सरकार ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के तहत व्यवसाय करने की लागत में कमी लाने और लालफीताशाही को शून्य करने का निरंतर प्रयास कर रही है ताकि उद्योग जगत को यहां म करने में आसानी हो।”
राठौड़ ने कहा कि यह सम्मेलन राजस्थान को व्यापार के लिए सबसे अधिक अनुकूल राज्यों में से एक के रूप में प्रदर्शित करने का बेहतरीन अवसर है और इसके लिए राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को निवेशक-अनुकूल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रशासनिक सुधार कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि हम इस शिखर सम्मेलन के माध्यम से रोजगार सृजन और राजस्थान की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की तैयारी के लिए मुख्यमंत्री, सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी निवेशकों का स्वागत करने और राज्य में उनकी निवेश परियोजनाओं की स्थापना में मदद करने के लिए कई प्रमुख घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक केंद्रों का दौरा कर रहे हैं।
इसी सिलसिले में राठौड़ के नेतृत्व में राज्य सरकार का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 16 सितंबर से 20 सितंबर तक संयुक्त अरब अमीरात और कतर का दौरा करेगा।
भाषा पृथ्वी कुंज