इंदौर में रिजॉर्ट के निर्माणाधीन कॉटेज की छत गिरने से ठेकेदार और चार मजदूरों की मौत
हर्ष मनीषा
- 23 Aug 2024, 01:26 PM
- Updated: 01:26 PM
इंदौर, 23 अगस्त (भाषा) मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में तेज बारिश के बाद शुक्रवार को एक रिजॉर्ट के निर्माणाधीन कॉटेज की छत का स्लैब गिरने के कारण मलबे में दबने से एक ठेकेदार और चार मजदूरों की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हादसे पर शोक जताते हुए पांचों मृतकों के शोक में डूबे परिजनों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
मौके पर पहुंचीं पुलिस अधीक्षक हितिका वासल ने संवाददाताओं को बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर चोरल क्षेत्र में एक निर्माण कार्य के दौरान हाल ही में सीमेंट-कंक्रीट की छत की स्लैब भरी गई थी और वहां काम कर रहे पांच लोग इसके नीचे सो गए थे।
उन्होंने बताया, ‘‘जब चौकीदार शुक्रवार की सुबह मौके पर पहुंचा, तो उसने पुलिस को छत की स्लैब के मलबे में इन लोगों के दबे होने की सूचना दी।’’
वासल ने बताया कि पुलिस, प्रशासन और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के संयुक्त दल के बचाव कार्य के दौरान मलबे में पांच लोग मृत हालत में पाए गए।
उन्होंने कहा कि फिलहाल यह नहीं बताया जा सकता कि हादसा किस समय हुआ क्योंकि रात में घटनास्थल पर इन लोगों के अलावा कोई और व्यक्ति मौजूद नहीं था।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) उमाकांत चौधरी ने बताया कि हादसे में मारे गए मृतकों की पहचान निर्माण ठेकेदार पवन पांचाल (35) और चार मजदूरों-हरिओम मालवीय(22), अजय मालवीय (20), गोपाल प्रजापति (45) और राजा (22) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि हादसे में मारे गए हरिओम और अजय सगे भाई थे।
चौधरी ने बताया कि हादसा सुरम्य पहाड़ियों वाले चोरल क्षेत्र में एक रिजॉर्ट में हुआ, जहां कॉटेज का निर्माण किया जा रहा था। डीएसपी ने बताया, "जिस छत का स्लैब गिरने से पांच लोगों की मौत हुई, वह एक-दो दिन पहले ही बनाई गई थी।"
उन्होंने बताया कि इस रिजॉर्ट में छह कॉटेज बनाए जा रहे थे। डीएसपी ने बताया, "इन कॉटेज का ढांचा पहली नजर में कमजोर नजर आ रहा है। प्रशासन के संबंधित विभाग इस निर्माण कार्य की जांच करेंगे।"
जिलाधिकारी आशीष सिंह ने बताया, "शुरुआती जांच में मालूम पड़ा है कि एक वकील यह निर्माण कार्य करा रहा था। पता लगाया जा रहा है कि इसके लिए ग्राम पंचायत से अनुमति ली गई थी या नहीं।"
घटनास्थल पर मौजूद ग्रामीण संजय यादव के मुताबिक, वहां करीब चार एकड़ जमीन पर रिजॉर्ट का निर्माण कार्य चल रहा था और बृहस्पतिवार रात तेज बारिश होने के कारण पांचों लोग निर्माणाधीन कॉटेज के नीचे ही सो गए थे। यादव ने दावा किया कि हादसा बृहस्पतिवार देर रात हुआ होगा।
भाषा हर्ष