चंडीगढ़: सेबी प्रमुख के इस्तीफे एवं अदाणी मुद्दे की जेपीसी जांच की मांग को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन
राजकुमार सुरेश
- 22 Aug 2024, 05:15 PM
- Updated: 05:15 PM
चंडीगढ़, 22 अगस्त (भाषा) कांग्रेस की हरियाणा एवं पंजाब इकाइयों ने सेबी प्रमुख माधवी बुच के अपने पद से इस्तीफे तथा अदाणी मुद्दे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को यहां प्रदर्शन किया।
दोनों प्रदेशों की इकाइयों ने हिंडनबर्ग के हाल के आरोपों पर उत्पन्न विवादों के बीच कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अलग-अलग प्रदर्शन किया।
विपक्षी दल ने सेबी प्रमुख माधवी बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च के हाल के नये आरोप के बाद सरकार पर अपना हमला तेज कर दिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने दावा किया है कि अदाणी के कथित धन हेराफेरी घोटाले में इस्तेमाल अज्ञात विदेशी फंड में माधवी बुच और उनके पति की हिस्सेदारी है।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान की अगुवाई में प्रदेश इकाई के नेता और कार्यकर्ता यहां सेक्टर-नौ में पार्टी कार्यालय के समीप इकट्ठा हुए। इस प्रदर्शन में अंबाला के सांसद वरुण चौधरी और हिसार के सांसद जय प्रकाश ने भी हिस्सा लिया।
कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय की ओर कूच करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने प्रदेश इकाई के प्रदर्शन की अगुवाई की। पार्टी की पंजाब इकाई के प्रदर्शनकारियों ने पंजाब के राज्यपाल के निवास (राजभवन) और प्रवर्तन निदेशालय की ओर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
यहां पंजाब प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भी अवरोधक लगाये गये थे।
भान और वडिंग ने अलग-अलग संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस हिंडनबर्ग के आरोपों के सिलसिले में निष्पक्ष जांच की मांग करती है।
वडिंग ने यह भी कहा, ‘‘हम सेबी प्रमुख के इस्तीफे, मामले की जांच शुरू करने और अदाणी मुद्दे की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति की मांग कर रहे हैं।’’
पुलिस ने अवरोधक हटाकर जबरन आगे बढ़ने का प्रयास करने पर वडिंग और विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहरा सहित पंजाब प्रदेश कांग्रेस के कुछ सदस्यों को हिरासत में भी ले लिया।
बुच और उनके पति ने उनपर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि उनकी वित्तीय स्थिति (लेनदेन) एक खुली किताब की भांति है।
अदाणी समूह ने भी हिंडनबर्ग रिसर्च के नये आरोपों को दुर्भावनापूर्ण और चुनिंदा सार्वजनिक सूचनाओं के साथ छेड़छाड़ बताया है। उसने कहा कि उसका सेबी अध्यक्ष और उनके पति से कोई वाणिज्यिक संबंध नहीं है।
भाषा राजकुमार