हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से कई मार्ग अवरुद्ध, सेब के बगीचे भी क्षतिग्रस्त
जितेंद्र प्रशांत
- 17 Aug 2024, 08:02 PM
- Updated: 08:02 PM
शिमला, 17 अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश के सेब उत्पादक क्षेत्र में बादल फटने से देर रात अचानक आई बाढ़ के कारण रोहड़ू-रामपुर मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र में देर रात बादल फटने से राष्ट्रीय राजमार्ग पांच सहित 132 सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई।
उन्होंने बताया कि किन्नौर के नेगुलसारी ‘स्लाइडिंग प्वाइंट’ के समीप भूस्खलन के कारण क्षेत्र का शिमला जिले से संपर्क टूट गया। भूस्खलन के कारण बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि सिरमौर व चंबा जिलों में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण सड़कें अवरुद्ध होने की भी खबरें हैं।
शिमला के उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि रामपुर की तकलोपच पंचायत में बादल फटने से कई बाग-बगीचे तबाह हो गए हालांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उन्होंने बताया कि क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत और पानी व बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
अधिकारी ने बताया कि खोल्टी नाले के पास रामपुर-रोहड़ू मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया और एक पुल बह गया।
गांव में रहने वाले संजय कुमार ने बताया कि किसान, खास तौर पर सेब उत्पादक इस बात को लेकर बेहद चिंतित हैं कि फसल का मौसम आ चुका है और सेब की फसल को बाजार तक पहुंचाना मुश्किल हो जाएगा।
पुलिस अधीक्षक (शिमला) संजीव कुमार गांधी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि क्षतिग्रस्त सड़कों को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिए गए हैं ताकि सेब उत्पादकों को नुकसान न हो।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि शिमला में 72 सड़कें, मंडी में 31, कांगड़ा में नौ, कुल्लू में आठ, किन्नौर में चार, सिरमौर में तीन, चंबा में दो और हमीरपुर, ऊना व लाहौल एवं स्पीति जिलों में एक-एक सड़क अवरुद्ध है।
रामपुर क्षेत्र में 31 जुलाई के बाद से बादल फटने की यह दूसरी बड़ी घटना है।
भाषा जितेंद्र