पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान हरियाणा में विनेश फोगाट के घर पहुंचे
रवि कांत नेत्रपाल
- 07 Aug 2024, 07:19 PM
- Updated: 07:19 PM
चंडीगढ़, सात अगस्त (भाषा) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को पूछा कि पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने कोई आपत्ति क्यों नहीं जताई।
मान ने चरखी दादरी में विनेश फोगाट के परिवार से मुलाकात की।
मान एक रैली को संबोधित करने के लिए चरखी दादरी में थे। उन्होंने फोगाट के परिवार के सदस्यों से उनके आवास पर मुलाकात की।
विनेश फोगाट को एक स्तब्ध करने वाले घटनाक्रम में महिलाओं की 50 किलोग्राम कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाए जाने के कारण बुधवार को पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया।
विनेश ने ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। सुबह तक उनका कम से कम रजत पदक पक्का लग रहा था लेकिन अब वह बिना किसी पदक के लौटेंगी।
मान ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि वह यहां विनेश के आवास पर आए थे।
उन्होंने पेरिस ओलंपिक से विनेश को अयोग्य ठहराए जाने का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘हम इससे निराश हैं।’’
विनेश की प्रशंसा करते हुए मान ने कहा कि उन्होंने एक दिन में तीन मैच जीते और उन्होंने मजबूत प्रतियोगियों को हराया, जिनमें एक मौजूदा चैंपियन भी शामिल है।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने विनेश को अयोग्य ठहराए जाने पर सवाल करते हुए कहा, ‘‘यह किसका दोष है? मैं इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहता। मैं खेल प्रेमी हूं और मैं इसमें कोई राजनीति नहीं चाहता। लेकिन मुझे बताइए कि हमारे भारतीय ओलंपिक संघ के सदस्य, जो वहां गए हैं, किस काम से गए हैं... उन्होंने यह मुद्दा क्यों नहीं उठाया और उन्हें एक और मौका क्यों नहीं मांगना चाहिए था?’’
मान ने इस घटनाक्रम पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि एक दिन में विनेश तीन मैच जीत रही थी और अगले दिन उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘क्या हो रहा है? हम विश्व गुरु बनना चाहते हैं, लेकिन भारतीय ओलंपिक संघ ने एक बार भी आपत्ति नहीं जताई।’’
मान ने पूछा कि क्या विनेश को हर रात अपना वजन मापना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करना उसके कोच या फिजियोथेरेपिस्ट का काम है कि मैच से पहले क्या खाना चाहिए और सोने से पहले क्या खाना चाहिए। एक विज्ञापन में वे (भारतीय जनता पार्टी) कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने रूस-यूक्रेन युद्ध को रोका। मैं पूछना चाहता हूं कि हमारी बेटी के खिलाफ यह अन्याय क्यों नहीं रोका गया।’’
इस बीच, विनेश के चाचा और द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कुश्ती कोच महावीर सिंह फोगाट ने कहा कि विनेश को ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने से पूरा देश दुखी है।
विनेश के चाचा ने कहा, ‘‘अब कहने को कुछ नहीं बचा है। पूरा देश स्वर्ण पदक की उम्मीद कर रहा था। अब उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया है।’’
भाषा रवि कांत