आंध्र प्रदेश में काशीबुग्गा मंदिर में भगदड़ मचने से नौ लोगों की मौत: अधिकारी
जोहेब पवनेश
- 01 Nov 2025, 04:23 PM
- Updated: 04:23 PM
(फोटो के साथ)
काशीबुग्गा (आंध्र प्रदेश), एक नवंबर (भाषा) श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा में एक मंदिर में शनिवार को भगदड़ मचने से आठ महिलाओं और एक लड़के समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इससे पहले श्रीकाकुलम जिला कलेक्टर ने मृतकों की संख्या 10 बताई थी।
श्रीकाकुलम के पुलिस अधीक्षक केवी महेश्वर रेड्डी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, " नौ लोगों की मौत हुई है। एक व्यक्ति की हालत गंभीर है...उसकी मौत नहीं हुई है। 12 साल के एक लड़के की मौत हुई है। बाकी सभी मृतक महिलाएं हैं। यह एक निजी मंदिर है। यह कोई सरकारी मंदिर नहीं है। इसका निर्माण हाल ही में हुआ है।"
काशीबुग्गा उपमंडल प्रभारी डीएसपी लक्ष्मण राव ने बताया कि भगदड़ पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे काशीबुग्गा शहर के वेंकटेश्वर मंदिर में हुई।
रेड्डी ने कहा कि हादसा सीढ़ियों के पास लगी लोहे की ग्रिल के गिरने से हुआ, जिसके बाद लोग डर गए और उन्हें लगा कि कुछ गिर रहा है।
उन्होंने कहा, “घबराहट के कारण वे लगभग छह फुट की ऊंचाई से गिर गए। भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई। चूंकि यह छह फुट की ऊंचाई से गिरा था, इसलिए एक व्यक्ति दूसरे पर गिर गया और इसी वजह से यह हादसा हुआ।”
उन्होंने कहा, "यह पूरी तरह से एक दुर्घटना है और मालिक की गलती के कारण ऐसा हुआ है। उन्होंने पुलिस बंदोबस्त के लिए आवेदन नहीं किया था, इसके लिए कोई अनुमति भी नहीं ली गई थी।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 2,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, "आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मचने की घटना से दुखी हूं। अपने प्रियजन को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया।
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वी. अनीता ने कहा कि इस घटना में कम से कम पांच लोग घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि मृतकों में कम से कम सात की उम्र 35-40 वर्ष के बीच है।
गृह मंत्री के अनुसार, मंदिर पहली मंजिल पर ऊंचाई पर स्थित है और जब श्रद्धालु चढ़ रहे थे, तो रेलिंग टूट गई, जिससे एक कोने में खड़े लोग गिर गए और कुछ लोग उनके ऊपर गिर पड़े।
यह उल्लेख करते हुए कि काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर एक निजी मंदिर है और धर्मस्व विभाग के अधीन नहीं है, अनीता ने कहा कि हर शनिवार को यहां 1,500 से 2,000 श्रद्धालुओं का आना आम बात है।
उन्होंने कहा कि शनिवार को एकादशी और कार्तिक मास का अवसर होने के कारण मंदिर में भारी भीड़ उमड़ने से यह घटना हुई।
घटना पर दुख व्यक्त करते हुए, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘श्रीकाकुलम जिले के काशीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ से मुझे बहुत दुख हुआ है। यह बहुत दुखद है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने अधिकारियों को घायलों के लिए बेहतर उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। नायडू ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों और स्थानीय नेताओं को भगदड़ स्थल पर राहत कार्यों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं।
भाषा जोहेब