आंध्र प्रदेश के चक्रवात प्रभावित जिलों में बिजली और परिवहन सेवाएं बाधित: मंत्री अत्चन्नायडू
संतोष माधव
- 29 Oct 2025, 09:42 PM
- Updated: 09:42 PM
अमरावती, 29 अक्टूबर (भाष) आंध्र प्रदेश के कृषि मंत्री के. अत्चन्नायडू ने बुधवार को कहा कि चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ की तीव्रता कम हो गई है, लेकिन राज्य के कई प्रभावित जिलों में बिजली और परिवहन व्यवस्था बाधित है।
कोनासीमा जिले में 300 से अधिक बिजली के खंभे उखड़ गए, जबकि 80 प्रतिशत मरम्मत का काम पूरा हो चुका है। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए बाकी मरम्मत का काम कुछ ही घंटों में पूरा कर लिया जाएगा।
मंत्री ने एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ की गंभीरता कम हो गई है, लेकिन कई प्रभावित जिलों में बिजली आपूर्ति और परिवहन व्यवस्था अब भी बाधित है।’’
थाई भाषा में ‘मोंथा’ का अर्थ सुगंधित फूल होता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के निर्देशों के बाद, हर घर में बिजली बहाल करने के काम में तेजी लाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि कोनासीमा जिले में लगभग 54 सबस्टेशन क्षतिग्रस्त हो गए, जिसके कारण रामचंद्रपुरम, राजामहेंद्रवरम और मुम्मिदिवरम से ऊर्जा विभाग की टीमों को तैनात किया गया।
मंत्री ने बताया कि 134 किलोमीटर तक सड़क पर गिरे पेड़ों को हटा दिया गया और यातायात पूरी तरह से बहाल कर दिया गया।
आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (एपीएसआरटीसी) की बसें बुधवार से 100 प्रतिशत सेवा प्रदान करने लगीं।
कोनासीमा जिले में 400 राहत शिविरों में 10,000 से अधिक लोगों को आश्रय दिया गया और राज्य सरकार ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को 3,000 रुपये और प्रत्येक व्यक्ति को 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की।
मछुआरों और बुनकरों को 50-50 किलो चावल दिया जाएगा और आज से राशन वितरण शुरू हो रहा है।
अच्चन्नायडू ने बताया कि कोनासीमा जिले में 20,000 एकड़ धान और बागवानी की फसलें बर्बाद हो गईं और नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष टीम गठित की गईं।
ममिडिकुडुरु मंडल में मरने वाली महिला के परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी।
इस बीच, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम बहाली कार्य जारी रखे हुए है।
निजामपट्टनम-रेपल्ले मार्ग, मछलीपट्टनम-मंगिनापुडी मार्ग और अनकापल्ली तथा मछलीपट्टनम क्षेत्रों में गिरे पेड़ों को हटा दिया गया।
बापटला जिले में पुलिस ने चक्रवात के प्रभाव से निपटने के लिए सभी विभागों के साथ तालमेल करके एहतियाती कदम उठाए।
बापटला जिले के पुलिस अधीक्षक बी. उमामहेश्वर ने कहा कि जिले में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
उमामहेश्वर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमने लगभग 11,000 लोगों को 194 राहत शिविरों में पहुंचाया है।’’ भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवात बुधवार सुबह तटीय आंध्र प्रदेश और उससे सटे तेलंगाना के ऊपर उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के बाद कमजोर पड़ गया।
भाषा संतोष