भारतीय पोत परिवहन क्षेत्र में निवेश का यह सही समय: प्रधानमंत्री मोदी
पाण्डेय अजय
- 29 Oct 2025, 09:18 PM
- Updated: 09:18 PM
मुंबई, 29 अक्टूबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को वैश्विक निवेशकों से भारतीय पोत परिवहन क्षेत्र में निवेश करने का आह्वान किया और कहा कि ऐसा करने का यह सही समय है।
प्रधानमंत्री ने यहां आयोजित ‘इंडिया मैरीटाइम वीक 2025’ के दौरान विशेष रूप से आयोजित एक बैठक में डीपी वर्ल्ड और एपीएम सहित कुछ चुनिंदा वैश्विक कंपनियों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों (सीईओ) से भी मुलाकात की।
मोदी ने सीईओ के साथ बंद कमरे में हुई बैठक से पहले एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘विभिन्न देशों से आने वाले आप सभी के लिए भारतीय पोत परिवहन क्षेत्र में काम करने और अपनी उपस्थिति बढ़ाने का यह सही समय है।’’
मोदी ने अगले कुछ वर्षों में समुद्री क्षेत्र के लिए भारत के कई लक्ष्यों का उल्लेख किया और इसमें वैश्विक समुदाय के महत्व का जिक्र भी किया।
उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी एक महत्वपूर्ण भागीदार हैं, जो हमारे सभी लक्ष्यों को प्राप्त करने में हमारी मदद करेंगे। हम आपके विचार, नवाचार और निवेश का स्वागत करते हैं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पोत परिवहन और बंदरगाह क्षेत्र में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देता है और ‘भारत में बनाओ’ तथा ‘दुनिया के लिए बनाओ’ दृष्टिकोण के तहत प्रोत्साहन भी देता है।
विभिन्न कंपनियों के प्रमुखों सहित उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर आपूर्ति श्रृंखला के लचीलेपन को मजबूत करने के लिए भारत प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्वस्तरीय वृहद बंदरगाहों का निर्माण कर रहा है और मुंबई के उत्तर में स्थित वधावन बंदरगाह पहले ही दिन दुनिया की शीर्ष 10 कंपनियों में शामिल हो गया।
सरकार 12 प्रमुख बंदरगाहों की क्षमता को चार गुना बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर कंटेनर वाले मालवहन में भारत की हिस्सेदारी बढ़ाने पर भी विचार कर रही है।
बाद में मोदी ने दुनिया के पोत परिवहन क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों के सीईओ के साथ एक बैठक की।
मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, उन्होंने एपी मोलर-माएर्स्क के चेयरमैन रॉबर्ट मार्सक उग्ला, डीपी वर्ल्ड ग्रुप के चेयरमैन सुल्तान अहमद बिन सुलेयम, मेडिटेरेनियन शिपिंग कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सोरेन टॉफ्ट, अदाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी और फ्रांसीसी कंपनी सीएमए-सीजीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष लुडोविक रेनौ से मुलाकात की।
आईएमडब्ल्यू में 85 से अधिक देशों की भागीदारी है।
प्रधानमंत्री ने जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी के चौथे टर्मिनल में लगभग 8,000 करोड़ रुपये के निवेश के लिए पोर्ट ऑफ सिंगापुर (पीएसए) को भी धन्यवाद दिया और बताया कि यह भारत के बंदरगाह क्षेत्र में सबसे बड़ा एफडीआई भी है।
भाषा पाण्डेय