धोखाधड़ी वाले केंद्रों पर कार्रवाई के बाद करीब 500 भारतीय म्यांमा से थाईलैंड पहुंचे
आशीष नरेश
- 29 Oct 2025, 08:30 PM
- Updated: 08:30 PM
नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर (भाषा) म्यांमा में धोखाधड़ी वाले कुछ कुख्यात केंद्रों पर कार्रवाई के बाद करीब 500 भारतीय नागरिक थाईलैंड पहुंच गए हैं और भारत कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें स्वदेश भेजने के लिए थाईलैंड के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है। मामले के जानकार लोगों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
पता चला है कि भारत अपने उन नागरिकों को वापस लाने के लिए थाईलैंड एक विमान भेजने पर विचार कर रहा है, जिनमें से ज़्यादातर म्यांमा के केके पार्क परिसर में धोखाधड़ी वाले केंद्रों के शिकार हुए थे।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री अनुतिन चार्नविराकुल ने कहा कि लगभग 500 भारतीय पश्चिमी थाईलैंड के माई सोत में हैं। उन्होंने कहा, "भारत सरकार उन्हें वापस लाने के लिए एक विमान भेजेगी।"
विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास इस मुद्दे पर थाईलैंड के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "हमें थाईलैंड के अधिकारियों द्वारा हिरासत में लिए गए भारतीय नागरिकों की जानकारी है।"
उन्होंने कहा, "वे पिछले कुछ दिनों में म्यांमा से थाईलैंड में प्रवेश कर गए थे। थाईलैंड में हमारा मिशन उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि करने और थाईलैंड में आवश्यक कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उन्हें स्वदेश भेजने के लिए थाईलैंड के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।"
जायसवाल इस मुद्दे पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
खबरों के अनुसार, ये भारतीय नागरिक उन 28 देशों के 1,500 से ज़्यादा लोगों में शामिल हैं जो ‘स्कैम सेंटर’ पर कार्रवाई के बाद म्यांमा से भाग गए। म्यांमा के ‘स्कैम सेंटर’ अंतरराष्ट्रीय साइबर घोटालों में शामिल रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार, विभिन्न देशों के तस्करी के शिकार सैकड़ों लोगों को इन केंद्रों में धोखाधड़ी के कृत्यों में लिप्त होने के लिए मजबूर किया गया। ऐसी ही गतिविधियां कंबोडिया, लाओस, फिलीपीन और मलेशिया में भी होने की खबर है।
संयुक्त राष्ट्र की मई में जारी रिपोर्ट में कहा गया था कि भूमिगत गतिविधियां अक्सर आपराधिक नेटवर्कों से जुड़ी होती हैं, जो विश्व स्तर पर लोगों की भर्ती करते हैं, तथा उन्हें मुख्य रूप से कंबोडिया, म्यांमा, लाओस, फिलीपीन और मलेशिया में स्थित केंद्रों में काम पर लगाते हैं।
पता चला है कि म्यांमा से थाईलैंड भागे भारतीयों में कुछ धोखाधड़ी वाले केंद्रों के पीड़ित और कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं जो इनके संचालन में शामिल थे। मार्च में, भारत ने म्यांमा-थाईलैंड सीमा पर स्थित साइबर घोटाला केंद्रों से मुक्त कराए गए 549 नागरिकों को वापस लाया था।
भाषा आशीष