न्याय अदालतों और कानून तक सीमित अमूर्त अवधारणा नहीं है: पूर्व प्रधान न्यायाधीश बालकृष्णन

न्याय अदालतों और कानून तक सीमित अमूर्त अवधारणा नहीं है: पूर्व प्रधान न्यायाधीश बालकृष्णन