मराठा आरक्षण पर सरकारी आदेश से ओबीसी के हितों का नुकसान पहुंचा : कांग्रेस नेता
सुभाष मनीषा
- 19 Sep 2025, 03:30 PM
- Updated: 03:30 PM
मुंबई, 19 सितंबर (भाषा) कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र सरकार के हालिया सरकारी आदेश से अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) के हितों को नुकसान पहुंचा है तथा वह समुदायों के बीच नफरत फैला रही है और राज्य में, खासकर मराठवाड़ा क्षेत्र में अशांति को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने मंत्री और वरिष्ठ राकांपा नेता छगन भुजबल पर भी हमला बोला तथा आरोप लगाया कि वह ओबीसी कोटा मुद्दे पर ‘‘पाखंड’’ कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने उनसे अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
राज्य की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने दो सितंबर को एक सरकारी आदेश जारी किया था, ताकि मराठा समुदाय के पात्र सदस्य कुनबी जाति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकें।
इस फैसले से ओबीसी समुदाय के सदस्य नाराज हैं, जो आरक्षण के लिए मराठों को ओबीसी श्रेणी में शामिल किए जाने का विरोध कर रहे हैं।
यहां पत्रकारों से बात करते हुए, वडेट्टीवार ने कहा कि महायुति सरकार के फैसले ने मराठवाड़ा में मराठा-ओबीसी संघर्ष को फिर से भड़का दिया है।
कांग्रेस विधायक दल के प्रमुख ने कहा, ‘‘छात्रों को स्कूलों से निकाला जा रहा है, समुदायों के बीच नफरत फैल रही है। इस सरकार के पास विकास की कोई दृष्टि नहीं है। यह केवल जाति की राजनीति पर फूल-फल रही है और महाराष्ट्र को गर्त में धकेल रही है।’’
उन्होंने मांग की, ‘‘इस ओबीसी-विरोधी फैसले को कौन और कब वापस लेगा? सरकार को जवाब देना होगा।’’
सरकार ने मराठा कोटा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कार्यकर्ता मनोज जरांगे की मुंबई में पांच दिन की भूख हड़ताल के जवाब में यह सरकारी आदेश जारी किया था।
वडेट्टीवार ने कहा कि वरिष्ठ मंत्रियों और ओबीसी उप-समिति के सदस्यों छगन भुजबल और पंकजा मुंडे को आधिकारिक बैठकों में स्पष्ट रूप से बताना चाहिए कि इस मुद्दे पर उनका क्या रुख है।
वडेट्टीवार ने भुजबल की आलोचना करते हुए कहा कि अगर वह लोगों से जरांगे के आंदोलन का समर्थन करने वालों का साथ नहीं देने के लिए कह रहे हैं, तो सरकार को ही गिरा देना चाहिए क्योंकि उसने सरकारी आदेश जारी किया है जिसका ओबीसी आरक्षण पर बुरा असर पड़ा है।
उन्होंने कहा, ‘‘एक तरफ भुजबल मुख्यमंत्री की तारीफ करते हैं, वहीं दूसरी तरफ उनकी आलोचना करते हैं। यह पाखंड है। अगर सरकार दावा करती है कि ओबीसी आरक्षण प्रभावित नहीं हो रहा है, तो उसे सभी नेताओं की एक बैठक बुलानी चाहिए। हम सबूत पेश करेंगे कि ओबीसी को कैसे नुकसान पहुंचाया जा रहा है।’’
भुजबल मराठों को ओबीसी श्रेणी में शामिल करने पर आपत्ति जताते रहे हैं।
वडेट्टीवार ने भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर पर भी निशाना साधा, जिन्होंने हाल में वरिष्ठ राकांपा (एसपी) नेता जयंत पाटिल और उनके माता-पिता के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी की थी।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘पडलकर की आलोचना किसी के माता-पिता को अपशब्द कहने के समान है। महाराष्ट्र की राजनीति में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। पडलकर किसके इशारे पर बोल रहे हैं? उनका समर्थन कौन कर रहा है?’’
भाषा सुभाष