दिल्ली में पुलिस वाहन चाय के खोखे से टकराया, दिव्यांग की मौत
अमित पवनेश
- 18 Sep 2025, 09:24 PM
- Updated: 09:24 PM
(तस्वीरों सहित)
नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) मध्य दिल्ली के मंदिर मार्ग इलाके में बृहस्पतिवार सुबह पुलिस का एक गश्ती वाहन सड़क किनारे चाय के एक खोखे से टकरा गया, जिससे 55 वर्षीय एक दिव्यांग चाय वाले की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि पुलिसकर्मी नशे में लग रहे थे और उनकी गाड़ी में शराब की बोतलें थीं। हालांकि, पुलिस का कहना है कि मेडिकल रिपोर्ट से यह बात सामने आयी कि पुलिसकर्मियों ने कोई शराब नहीं पी थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना सुबह करीब पांच बजे की है, जब गंगाराम तिवारी (55) अपने चाय के खोखे में सो रहे थे।
स्थानीय निवासी विनोद यादव ने घटना का विवरण साझा करते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हम यहां एक दशक से रह रहे हैं और गोंडा (उत्तर प्रदेश) से हैं। जब दुर्घटना हुई, तो हम अपने अस्थायी घरों से बाहर निकले। हमने एक पीसीआर वैन देखी जिसने गंगाराम का सिर कुचल दिया था। हमने उन्हें (पुलिसकर्मियों को) भागने से रोकने की कोशिश की और उनकी वैन में शराब की बोतलें देखीं।’’
यादव ने आरोप लगाया कि जब स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो पुलिसकर्मियों ने अपनी पिस्तौलें निकालकर एक व्यक्ति के सिर पर तान दीं। यादव ने आरोप लगाया, "उन्होंने वीडियो रिकॉर्ड कर रहे एक व्यक्ति का मोबाइल फ़ोन भी फेंक दिया।’’
अक्सर चाय की दुकान पर आने वाले चालक पवन कुमार ने कहा, “सुबह करीब पांच बजे वैन तेज गति से आई और चायवाले को कुचल दिया। आमतौर पर वह साढ़े चार बजे तक जाग जाते थे, लेकिन आज वह देर तक सोये रहे।”
गंगाराम को परिवार का सदस्य मानने वाली गीता ने बताया, ‘‘पुलिसकर्मी अक्सर सुबह-सुबह यहां आ जाते थे। उनके आने पर गंगाराम ही उन्हें चाय बनाकर पिलाते थे।’’
गीता ने कहा, ‘‘हमें नहीं पता कि सुबह क्या हुआ। हम भी सो रहे थे। जब हमने तेज आवाज सुनी, तो हम तुरंत बाहर निकले और देखा कि गंगाराम की मौत हो चुकी थी। उनके परिवार में उनकी पत्नी और बच्चे हैं। हम परिवार को उचित मुआवज़ा दिये जाने की मांग करते हैं।’’
रिक्शा चालक राजू ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि वह और उसके दोस्त सुबह-सुबह उसकी दुकान पर चाय पीने आते थे।
उसने कहा, ‘‘आमतौर पर, वह सुबह 4:30 बजे उठ जाते थे। मैं और इलाके में काम करने वाले कुछ कैब ड्राइवर सुबह की चाय पीने के लिए उनकी चाय की दुकान पर इकट्ठा होते थे। आज जब मैं यहां चाय पीने आया, तो वह सो रहे थे। मैंने और मेरे दोस्त ने थोड़ा इंतज़ार करने और इस बीच दूसरों को फ़ोन करने का फैसला किया।’’
उसने दावा किया, ‘‘सुबह लगभग 5 बजे, हम पास ही खड़े थे, तभी हमने देखा कि एक तेज रफ़्तार पीसीआर वैन उसकी चाय की दुकान से टकरा गई। टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि उसका सिर धड़ से अलग हो गया और खून ही खून बिखर गया।’’
पवन ने बताया कि वे गंगाराम को बचाने के लिए दौड़े, लेकिन जब तक वे घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। कुमार ने कहा, "आवाज की वजह से और इसलिए भी लोग इकट्ठा होने लगे क्योंकि गंगाराम सबके साथ अच्छा व्यवहार करते थे। वह शारीरिक रूप से अक्षम थे, फिर भी बहुत मेहनत करते थे।’’ पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) वैन के चालक कांस्टेबल खिमलेश को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि सहायक पुलिस उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि पीसीआर वैन चालक ने पुलिस को बताया कि उसने गलती से ब्रेक की बजाय एक्सीलेटर दबा दिया, जिससे यह घटना हुई।
मंदिर मार्ग पुलिस थाने में बीएनएस की धारा 106 (लापरवाही से मौत) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि तिवारी के परिवार में उनकी पत्नी और 20 साल के एक बेटे सहित छह बच्चे हैं। अधिकारी ने बताया कि 20 साल का बेटा दिल्ली में जबकि उनकी पत्नी और अन्य बच्चे गोंडा में रहते हैं।
पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
भाषा अमित