डूसू चुनाव: दोपहर ढाई बजे तक 35 प्रतिशत मतदान हुआ, धांधली के आरोप
सुमित नरेश
- 18 Sep 2025, 04:26 PM
- Updated: 04:26 PM
नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में बृहस्पतिवार को दोपहर ढाई बजे तक लगभग 35 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस दौरान प्रमुख छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने एक-दूसरे पर मतदाताओं को प्रभावित करने और धांधली के आरोप लगाए है।
मुख्य चुनाव अधिकारी राज किशोर शर्मा ने बताया, “अब तक सात कॉलेजों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार लगभग 35 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले वर्षों के रुझान को देखते हुए अधिकांश कॉलेजों में यही औसत रहने की संभावना है।”
मिरांडा हाउस कॉलेज में लोकतांत्रिक भागीदारी का उत्साहजनक प्रदर्शन देखने को मिला, जहां पांच हजार में से 60 प्रतिशत से अधिक छात्राओं ने मतदान किया।
चुनाव दो चरणों में हो रहे हैं - सुबह की कक्षाओं के लिए साढ़े आठ बजे से एक बजे तक और शाम की कक्षाओं के लिए तीन बजे से साढ़े सात बजे तक।
इस वर्ष चुनाव में करीब 2.8 लाख छात्र वोट डालने के पात्र हैं। परिणाम 19 सितंबर को घोषित किए जाएंगे।
चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए दिल्ली पुलिस ने 600 से अधिक कर्मी तैनात किए हैं, जिनमें 160 कर्मी बॉडी कैमरों से लैस हैं। साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी भी की जा रही है।
लिंगदोह समिति के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करते हुए इस बार कैंपस में पोस्टर-बैनर नहीं दिखाई दे रहे हैं। हंसराज कॉलेज के छात्र सुमित सिंह ने कहा, "पिछले साल पोस्टरों से सड़कें भर गई थीं। इस बार माहौल ताजा लग रहा है।"
किरोड़ीमल कॉलेज में पहली बार वोट देने वाली अंजलि ने माहौल की तुलना बड़े चुनावों से की। उन्होंने कहा, "यह पहली बार है जब मैंने किसी भी तरह के चुनाव में वोट दिया है। यहां इतनी सुरक्षा व्यवस्था है, लगभग विधानसभा या लोकसभा चुनावों जैसी। इस प्रक्रिया का हिस्सा बनकर अच्छा लग रहा है।"
कानून की पढ़ाई कर रहे छात्र कमल ने बेहतर माहौल को न्यायिक निगरानी से जोड़ा। उन्होंने कहा, "दिल्ली उच्च न्यायालय के निर्देशों से भ्रष्टाचार और बाहरी हस्तक्षेप पर लगाम लगाने में मदद मिली है। पिछले साल तो नतीजों पर दो महीने तक रोक भी लगा दी गई थी। इस हस्तक्षेप से दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की छवि सुधरी है।"
इस बीच दिन भर प्रतिद्वंद्वी छात्र समूहों के बीच तीखी बहस हुई। एनएसयूआई ने एबीवीपी पर किरोड़ीमल, हिंदू और हंसराज कॉलेजों में ‘वोटों में हेराफेरी’ का आरोप लगाया और कहा कि "आरएसएस-भाजपा समर्थित एबीवीपी डीयू चुनावों की लोकतांत्रिक भावना को कमजोर करने की कोशिश कर रही है।"
एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द करने की मांग की और इस घटना को "सुनियोजित वोट चोरी" करार दिया।
एबीवीपी समर्थकों ने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान डूसू अध्यक्ष और एनएसयूआई नेता रौनक खत्री बाहरी लोगों के साथ किरोड़ीमल कॉलेज में घुस आए और हंगामा किया।
हालांकि, खत्री ने कॉलेज के बाहर ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने कहा, "एबीवीपी छात्रों पर वोट डालने के लिए दबाव डाल रही है" और "सुबह से ही परिसर में वोट चोरी होने" का आरोप लगाया।
भाषा
सुमित