‘जनविरोधी’ द्रमुक को जनता सत्ता से बाहर कर देगी: भाजपा नेता तमिलिसाई
खारी वैभव
- 18 Sep 2025, 12:41 PM
- Updated: 12:41 PM
चेन्नई, 18 सितंबर (भाषा) पूर्व राज्यपाल एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि तमिलनाडु की जनता अगले विधानसभा चुनाव में ‘जनविरोधी’ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सरकार को सत्ता से बाहर कर देगी।
वह मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रही थीं, जिसमें उन्होंने कहा था कि तमिलनाडु में भाजपा के लिए कोई जगह नहीं है।
डॉ. तमिलिसाई ने कहा कि द्रमुक के सत्ता से जाने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि ‘‘हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने वाले’’ उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन 2026 के बाद पद पर नहीं रहेंगे।
मुख्यमंत्री की 17 सितंबर की टिप्पणी के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘द्रमुक को अब बाहर का रास्ता देखना होगा। 2026 के विधानसभा चुनाव में जनता जनार्दन द्रमुक को सत्ता से खदेड़ देगी। स्टालिन कहते हैं कि भाजपा के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन जब द्रमुक सत्ता से जाएगी, तब हत्या, अपराध और जनविरोधी नीतियों के लिए भी कोई जगह नहीं बचेगी।’’
स्टालिन ने अपनी पार्टी के वार्षिक कार्यक्रम ‘मुप्पेरुम विझा’ को संबोधित करते हुए कहा था कि ‘‘तमिलनाडु में दमनकारी नीतियों, प्रभुत्व और जबरन फैसले थोपने वालों और भाजपा के लिए कोई जगह नहीं है।’’
डॉ. तमिलिसाई ने करूर में द्रमुक के वार्षिक कार्यक्रम के आयोजन के लिए पूर्व मंत्री वी. सेंथिल बालाजी की प्रशंसा करने पर मुख्यमंत्री की आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘‘सेंथिल बालाजी को जेल में होना चाहिए था, लेकिन एक नेता पार्टी कार्यक्रम आयोजित करने पर एक दागी पूर्व मंत्री की प्रशंसा कर रहा है।’’
उन्होंने सवाल उठाया, ‘‘मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि जब वह विपक्ष के नेता थे, तब उन्होंने सेंथिल बालाजी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया, और अब क्यों उनका बचाव कर रहे हैं?’’
डॉ. तमिलिसाई ने यह भी कहा, ‘‘द्रमुक के सात-आठ मंत्री भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं, फिर भी पार्टी राज्य के अधिकारों की बात कर रही है।’’
उन्होंने पूछा, ‘‘क्या उन्होंने ग्राम पंचायतों को अधिकार दिए हैं?’’
उन्होंने कहा कि द्रमुक के सहयोगी खुलकर अपनी राय नहीं रखते, जिससे स्पष्ट होता है कि पार्टी में लोकतंत्र का अभाव है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में सहयोगियों को लोकतांत्रिक रूप से अपनी बात रखने की पूरी आजादी है।
भाषा खारी